क्या चेन्नई में विमानों पर लेजर लाइट चमकाने वाले संदिग्धों की तलाश तेज हो गई है?

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क्या चेन्नई में विमानों पर लेजर लाइट चमकाने वाले संदिग्धों की तलाश तेज हो गई है?

सारांश

चेन्नई में विमानों पर लेजर लाइट चमकाने वाले संदिग्धों की पहचान के लिए ग्रेटर चेन्नई पुलिस की कोशिशें तेज हो गई हैं। विशेष टीमें बनाई गई हैं ताकि इस गंभीर खतरे से निपटा जा सके। जानें पूरी रिपोर्ट में क्या हो रहा है।

Key Takeaways

  • चेन्नई पुलिस ने विमानों पर लेजर लाइट चमकाने वाले संदिग्धों की पहचान की है।
  • लेजर लाइट से संबंधित घटनाएँ विमानन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।
  • विशेष टीमें संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए काम कर रही हैं।

चेन्नई, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने शहर के हवाई अड्डे के निकट आने वाले विमानों पर लेजर लाइट चमकाने वाले संदिग्धों की पहचान के लिए अपनी कोशिशों को तेज कर दिया है। इसके लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।

यह एक उभरती हुई समस्या है जो विमानन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर रही है।

पुलिस के अनुसार, 2025 से अब तक लेजर से जुड़ी 25 घटनाएँ दर्ज की गई हैं, जिनमें से सबसे हालिया घटना 10 जून को हुई, जब एक पुणे से आने वाले यात्री विमान पर हरे रंग की लेजर बीम चमकाई गई। इस महत्वपूर्ण अंतिम चरण में पायलट को देखने में समस्या आई।

अधिकारियों ने बताया कि 2024 में 70 घटनाएँ और 2023 में 51 मामले सामने आए। यह खतरनाक प्रवृत्ति विमानन और कानून प्रवर्तन के बीच चिंता का विषय बन गई है।

पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया कि इससे पहले की दो घटनाओं में दुबई से आने वाले विमानों पर लेजर बीम चमकाई गई थी। दोनों मामलों में, पायलटों ने हवाई अड्डे के अधिकारियों के पास औपचारिक शिकायत की थी।

विमानन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लेजर बीम लैंडिंग के दौरान पायलटों की दृष्टि को गंभीरता से प्रभावित कर सकती है, जो कि उड़ान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "पायलट लैंडिंग के दौरान पूरी दृश्यता और ध्यान पर निर्भर करते हैं। लेजर लाइट की अचानक चमक उनके लिए बाधा डाल सकती है और यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकती है।"

प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लेजर किरणें सेंट थॉमस माउंट और पल्लवरम के आवासीय क्षेत्रों से आई थीं, जो हवाई अड्डे के पहुँच मार्ग के नजदीक हैं।

इसके बाद, हवाई अड्डे की पुलिस ने इन क्षेत्रों में विशेष रात्रि गश्त शुरू की है। हवाई अड्डे के आस-पास की स्थिति पर निगरानी और बढ़ा दी गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि हवाई अड्डे के निकट लेजर उपकरणों का उपयोग एक आपराधिक अपराध है, जो भारतीय विमानन सुरक्षा कानूनों के तहत दंडनीय है।

ग्रेटर चेन्नई पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "इस तरह के व्यवहार में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि हवाई यात्रा की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। पुलिस की सक्रियता और विमानन अधिकारियों की चिंता दर्शाती है कि सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

चेन्नई में लेजर लाइट से संबंधित घटनाएँ कितनी गंभीर हैं?
ये घटनाएँ विमानन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती हैं और पायलटों की दृष्टि को बाधित कर सकती हैं।
पुलिस ने इन घटनाओं से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
पुलिस ने विशेष टीमें बनाई हैं और संदिग्ध क्षेत्रों में रात्रि गश्त को बढ़ाया है।
क्या लेजर लाइट का उपयोग करना कानूनी है?
नहीं, हवाई अड्डे के निकट लेजर उपकरणों का उपयोग एक आपराधिक अपराध है।