क्या छठ से पहले 'ओरी तर' गाना अंकुश राजा ने त्योहार की अहमियत को बताया?

सारांश
Key Takeaways
- छठ पूजा का महत्व और उसकी सांस्कृतिक विशेषताएं।
- भोजपुरी संगीत का योगदान और नए गानों की आवश्यकता।
- अंकुश राजा जैसे युवा कलाकारों की भूमिका।
- संगीत और भक्ति का अनूठा संगम।
- गाने की लोकप्रियता और श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं।
मुंबई, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिवाली के साथ-साथ छठ पूजा का पावन पर्व भी नजदीक आ रहा है। भोजपुरी सिनेमा ने अपनी संगीत परंपरा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हुए नया छठ गीत 'ओरी तर' पेश किया है, जो वर्तमान में काफी चर्चा में है।
यह गाना न केवल छठी मइया के प्रति भक्ति का संचार करता है, बल्कि भोजपुरी युवा पीढ़ी के सांस्कृतिक आधारों को भी मजबूती प्रदान करता है।
छठ महोत्सव के प्रति बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में लोगों का उत्साह देखने लायक है। उनकी आस्था को और बलवती करने के लिए भोजपुरी में विभिन्न छठ गीत रिलीज हो रहे हैं।
इसी क्रम में, भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध गायक और अभिनेता अंकुश राजा ने छठ गीत 'ओरी तर' को अपने इंस्टाग्राम पर साझा करते हुए लिखा, 'जय छठी मइया। गाना ओरी तर।'
अंकुश, भोजपुरी सिनेमा के युवा प्रतीक माने जाते हैं। उन्होंने छठ की पवित्रता को संगीत के रंगों से सजाया है। इस गाने को अंकुश राजा, राज और नंदनी सिंह ने अपनी मधुर आवाज में गाया है।
गाने के बोल मनोज मतलबी ने लिखे हैं, जिन्होंने छठ पूजा के भावों को सरल शब्दों में प्रस्तुत किया है। संगीतकार गोविंद ओझा ने इसका संगीत तैयार किया है, जो सुनते ही मन को छठ घाट के किनारे ले जाता है।
वीडियो में अंकुश और नंदनी सिंह गाते-बजाते नजर आते हैं, वहीं बैकग्राउंड में छठ पूजा के जीवंत दृश्य प्रदर्शित किए गए हैं - सूर्योदय की पहली किरणें, डूबते सूरज को अर्घ्य और परिवारों की एकजुटता। यह दृश्यावली छठ के आध्यात्मिक सार को जीवंत कर देती है।
रिलीज के सिर्फ पाँच दिनों में 'ओरी तर' ने यूट्यूब पर शानदार प्रदर्शन किया है। अंकुश राजा के आधिकारिक चैनल पर अपलोड किया गया यह गीत 713,773 व्यूज हासिल कर चुका है। लाइक्स और कमेंट्स की बाढ़ आ गई है, जहां श्रोता इसे 'छठ का हृदयस्पर्शी गीत' बता रहे हैं।