क्या चीफ खालसा दीवान ने अकाल तख्त साहिब में अपना पक्ष रखा?

सारांश
Key Takeaways
- चीफ खालसा दीवान ने अकाल तख्त साहिब पर अपनी शिकायतें रखीं।
- सदस्यों से अमृत ग्रहण करने की सलाह दी गई।
- गुरु मर्यादा का पालन आवश्यक है।
- सिख संगत में चर्चा का माहौल है।
- महत्वपूर्ण निर्णय की उम्मीद है।
अमृतसर, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीफ खालसा दीवान की कार्यकारिणी के लगभग 20 सदस्यों ने मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुँचकर जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के सामने संगठन से जुड़ी शिकायतों के संबंध में अपना पक्ष स्पष्ट रूप से रखा।
यह मुलाकात श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय द्वारा भेजे गए निमंत्रण के तहत हुई, जिसमें पदाधिकारियों को अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए बुलाया गया था।
पक्ष रखने के बाद चीफ खालसा दीवान के अध्यक्ष इंदरबीर सिंह निज्जर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमने जत्थेदार साहिब के सामने पूरी पारदर्शिता से अपना पक्ष रखा। जत्थेदार साहिब ने हमें गुरु मर्यादा का पालन करते हुए अमृत ग्रहण करने और गुरु घर के अनुशासन को अपनाने की सलाह दी। मैंने अपने तीन वर्ष से अधिक के कार्यकाल में केवल एक नया सदस्य नियुक्त किया है। बाकी सभी सदस्य पहले से निर्वाचित हैं और इन सभी ने अपने नामांकन फॉर्म में स्पष्ट रूप से यह लिखा है कि वे अमृतधारी हैं।
इंदरबीर सिंह निज्जर ने आगे बताया कि जिन सदस्यों ने अभी तक अमृत ग्रहण नहीं किया है, उन्हें आज स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे समय रहते अमृत ग्रहण करें और गुरु साहिब से क्षमा याचना करें। यह कदम गुरु मर्यादा और धार्मिक अनुशासन को बनाए रखने की दिशा में उठाया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में सिख संगत के बीच भी चर्चा का माहौल बना हुआ है। संगत इस मामले को लेकर गंभीर मंथन कर रही है और सभी की निगाहें अब अकाल तख्त साहिब की ओर हैं, जहां से इस विषय पर जल्द ही कोई महत्वपूर्ण निर्णय आने की संभावना है।