क्या चीन और मध्य एशिया के बीच सहयोग से नई संभावनाएँ सामने आई हैं?

सारांश
Key Takeaways
- चीन-मध्य एशिया सहयोग में महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापारिक उपलब्धियाँ हैं।
- नवीनतम तकनीकी क्रांति से अवसर बने हैं।
- सुरक्षा के नए बैरियर्स का निर्माण आवश्यक है।
- क्षेत्रीय समृद्धि के लिए साझे भविष्य का निर्माण होना चाहिए।
- सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देना आवश्यक है।
बीजिंग, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। “चीन-मध्य एशिया भावना” को आगे बढ़ाने के लिए एक नई थिंक टैंक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसका शीर्षक है: क्षेत्रीय सहयोग की उपलब्धि, अवसर और पूर्वानुमान। इस रिपोर्ट में नए युग में चीन एवं मध्य एशिया के बीच सहयोग की महत्वपूर्ण उपलब्धियों, अवसरों और चुनौतियों का सारांश प्रस्तुत किया गया है। साथ ही, भविष्य की संभावनाओं का भी गहन विश्लेषण किया गया है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि नए युग में आर्थिक और व्यापारिक आदान-प्रदान, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा सहयोग, नवाचार, विकास क्षमता के निर्माण, सभ्यताओं के बीच आपसी सीख और शांति एवं स्थिरता की रक्षा के क्षेत्रों में चीन और मध्य एशिया के बीच व्यापक उपलब्धियां हासिल हुई हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन में उच्च गुणवत्ता वाले विकास, उच्च स्तरीय खुलेपन और नई तकनीकी क्रांति से चीन और मध्य एशिया के बीच सहयोग के लिए बड़े अवसर बने हैं। हालांकि, इस सहयोग के समक्ष एकतरफावाद, संरक्षणवाद, भू-राजनीतिक जोखिम और गैर-पारंपरिक सुरक्षा जैसे कई खतरे और चुनौतियाँ भी मौजूद हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और मध्य एशिया के बीच सहयोग मानव जाति के साझे भविष्य वाले समुदाय की अवधारणा और तीन वैश्विक पहलों का नेतृत्व मानता है। इसका उद्देश्य एक क्षेत्रीय साझे भविष्य वाले समुदाय का निर्माण करना, क्षेत्रीय समृद्धि का नया अध्याय जोड़ना, सुरक्षा के नए बैरियर्स का निर्माण करना और लोगों के बीच संपर्क का नया अध्याय जोड़ना है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)