क्या चीनी विदेश मंत्री ने जर्मन समकक्ष के साथ फोन पर बातचीत की?
सारांश
Key Takeaways
- चीन-जर्मनी संबंधों का विकास आपसी सम्मान पर आधारित है।
- थाईवान का मुद्दा चीन के लिए आंतरिक मामला है।
- जर्मनी की एक चीन नीति अपरिवर्तित है।
- बातचीत ने सहयोग की नई संभावनाएँ खोलने का संकेत दिया।
- वांग यी ने वेडफुल की चीन यात्रा का स्वागत किया।
बीजिंग, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने जर्मन विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ निमंत्रण पर फोन पर बातचीत की।
वांग यी ने बताया कि चीन-जर्मनी संबंध के विकास का एक महत्वपूर्ण अनुभव पारस्परिक सम्मान है। सहयोग और साझी जीत के लिए कार्रवाइयों को मार्गदर्शन प्रदान करने की आवश्यकता है। द्विपक्षीय संबंधों का स्वस्थ और स्थिर विकास बनाए रखना दोनों देशों के हितों के अनुरूप है और यह विश्व शांति और स्थिरता के लिए भी फायदेमंद है।
वांग यी ने कहा कि थाईवान चीन का आंतरिक मामला है, जो चीन के केंद्रीय हित, प्रभुसत्ता और अखंडता से जुड़ा हुआ है। एक चीन सिद्धांत चीन-जर्मनी संबंध में सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक आधार है। चीन ने बिना शर्त के जर्मनी के एकीकरण का समर्थन किया था। आशा है कि जर्मनी, जिसने विभाजन के दुःख का सामना किया है, चीन की राष्ट्रीय प्रभुसत्ता और अखंडता की सुरक्षा का समर्थन करेगा और किसी भी कथित थाईवानी स्वतंत्रता कार्रवाई का विरोध करेगा।
वेडफुल ने कहा कि जर्मनी चीन के साथ संबंध को उच्च महत्व देता है। मैं चीन के सुविधाजनक समय पर शीघ्र ही चीन की यात्रा करने का इंतजार कर रहा हूँ। जर्मनी की एक चीन नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।
वांग यी ने बातचीत में उचित समय पर वेडफुल के चीन-यात्रा का स्वागत किया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)