क्या चीन का मानवाधिकार विकास रिपोर्ट (2025) जरी किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- मानवाधिकार विकास रिपोर्ट (2025) में 28 लेख शामिल हैं।
- रिपोर्ट में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- ग्रामीण पुनरुद्धार और खाद्य सुरक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
- सीएसएचआरएस ने मानवाधिकारों के लिए नई दिशा दी है।
बीजिंग, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चाइना सोसाइटी फॉर ह्यूमन राइट्स स्टडीज (सीएसएचआरएस) द्वारा प्रस्तुत "चीन का मानवाधिकार विकास रिपोर्ट (2025)" (ह्यूमन राइट्स ब्लू बुक) हाल ही में जारी की गई है। यह वर्ष 2011 के बाद से इस श्रृंखला की 15वीं रिपोर्ट है।
इस रिपोर्ट में एक मुख्य रिपोर्ट, विषयगत रिपोर्टें और केस अध्ययन सहित कुल 28 लेख शामिल हैं। मुख्य रिपोर्ट का उद्देश्य देश में व्यापक सुधारों को गहरा करना और उच्च-गुणवत्ता वाले मानवाधिकार विकास को आगे बढ़ाना है। इसमें यह बताया गया है कि चीन ने आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, नागरिक और राजनीतिक अधिकारों के संतुलित संरक्षण के साथ-साथ विशिष्ट समूहों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रगति की है।
विषयगत रिपोर्टों में ग्रामीण पुनरुद्धार, खाद्य सुरक्षा, श्रम अधिकारों की न्यायिक सुरक्षा, चिकित्सा सहायता प्रणाली का सुदृढ़ीकरण, बुनियादी सार्वजनिक शिक्षा सेवाओं की समानता, डिजिटल शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सुधार, पर्यावरणीय अधिकार संरक्षण, महिलाओं के रोजगार में समान अवसर और स्कूलों में उत्पीड़न रोकथाम जैसे मुद्दे शामिल हैं।
केस अध्ययन "लोगों के लिए शहर" निर्माण, 12345 सार्वजनिक सेवा हॉटलाइन, ऑनलाइन लोकतांत्रिक अधिकार और चरवाहा समुदायों के लिए न्यायिक सेवाओं की पहुँच जैसे विषयों पर प्रकाश डालते हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि सीएसएचआरएस, जिसकी स्थापना 1993 में हुई थी, चीन का सबसे बड़ा राष्ट्रीय मानवाधिकार अकादमिक संगठन है और यह संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) में विशेष परामर्शदाता का दर्जा रखता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)