क्या चीन आधुनिक जन शहर के निर्माण पर जोर दे रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- आधुनिक जन शहर की अवधारणा मानव को केंद्र में रखती है।
- शहरों का बेहतर प्रबंधन आवश्यक है।
- परंपरागत संस्कृति का संरक्षण महत्वपूर्ण है।
- बड़े और छोटे शहरों का तालमेल आवश्यक है।
- गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
बीजिंग, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में चीन ने शहरी विकास पर एक उच्च स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने आधुनिक जन शहर की अवधारणा को प्रस्तुत किया।
इस अवधारणा का मुख्य उद्देश्य मानव को शहर के विकास का केंद्र बनाना है, अर्थात् शहर जन सेवा प्रदान करता है और शहरी निर्माण जनता पर निर्भर करता है।
यह ध्यान देने योग्य है कि चीन ने अपने इतिहास में कई बार शहरी विकास संबंधित सम्मेलन आयोजित किए हैं। प्रत्येक सम्मेलन को चीन के शहरी निर्माण के नए चरण में प्रवेश के प्रतीक के रूप में देखा गया है।
इस वर्ष के सम्मेलन में यह माना गया कि चीन का शहरीकरण अब तेजी से बढ़ने के चरण से स्थिर विकास के चरण में बदल रहा है। शहरी विकास को अब पैमाने के विस्तार से गुणवत्ता की उन्नति की ओर बढ़ना चाहिए। इस सम्मेलन में आधुनिक जन शहर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें सृजन, रहने की अनुकूलता, सुंदरता, लचीलापन और सभ्यता की विशेषताएँ शामिल होनी चाहिए।
सम्मेलन में यह भी कहा गया कि अब शहर के पैमाने और शहरों की संख्या बढ़ाने के बजाय, शहर का बेहतर प्रबंधन करना चाहिए। बड़े शहर की समस्याओं का समाधान शहर के अपडेट और शहरों के समूह के समायोजन के माध्यम से किया जाएगा। इसके अलावा, पुराने रिहाइशी कॉलोनियों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए मकानों के जीर्णोद्धार और विभिन्न पाइप लाइनों के बदलाव पर जोर दिया जाएगा।
सम्मेलन में बड़े, मध्यम और छोटे शहरों तथा काउंटी और कस्बों के तालमेल विकास पर जोर दिया गया, ताकि बड़े और छोटे शहरों के सहयोग से एक स्वस्थ व्यावसायिक पारिस्थितिकी का निर्माण हो सके।
शी चिनफिंग ने कहा कि क्षेत्रीय समन्वित विकास की रणनीति चीनी शहरों के क्लस्टर की गुणवत्ता और कुशलता की उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है।
एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि इस सम्मेलन में शी चिनफिंग ने शहरों में परंपरागत संस्कृति को सुरक्षित रखने पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने प्रत्येक शहर की पुरानी सांस्कृतिक जड़ों को संरक्षित करने की आवश्यकता की बात कही।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)