क्या चीनी नव ऊर्जा उद्योग वैश्विक अर्थव्यवस्था को हरित अर्थव्यवस्था में बदलने में सहायक है?

सारांश
Key Takeaways
- चीन का नव ऊर्जा उद्योग हरित परिवर्तन में सहायक है।
- सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा में चीन की अग्रणी तकनीक।
- इलेक्ट्रिक वाहनों का विकासशील देशों के लिए महत्व।
- पेरिस समझौते के लक्ष्यों को प्राप्त करने की आवश्यकता।
- कॉप 30 सम्मेलन का फोकस हरित अर्थव्यवस्था पर होगा।
बीजिंग, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। "जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन" (यूएनएफसीसीसी) के पक्षकारों के 30वें सम्मेलन (कॉप 30) के नव-निर्वाचित अध्यक्ष आंद्रे कोर्रिया डो लागो ने हाल ही में वैश्विक अर्थव्यवस्था के हरित परिवर्तन में चीन के नव ऊर्जा उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की।
31 जुलाई को, डो लागो ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन ने तकनीकी उन्नति और हरित उत्पादों के व्यापक उपयोग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। चीन सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे क्षेत्रों में अग्रणी तकनीकों का धनी है और अपनी मजबूत उत्पादन क्षमता का लाभ उठाते हुए संबंधित उत्पादों और समाधानों की लागत को कम करने में सफल रहा है।
इसके अतिरिक्त, चीन में निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन और लिथियम बैटरी जैसे नए ऊर्जा उत्पाद विकासशील देशों को हरित परिवर्तन को प्रोत्साहित करने में अधिक किफायती विकल्प उपलब्ध कराते हैं।
डो लागो ने आगे कहा कि कॉप 30 का सम्मेलन अर्थव्यवस्थाओं के हरित परिवर्तन पर केंद्रित होगा। "पेरिस समझौते" में निर्धारित जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी देशों को हरित आर्थिक परिवर्तन के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को दृढ़ता से लागू करना होगा और मानवता के साझा भविष्य के लिए अधिक प्रयास करने होंगे।
बताया गया है कि कॉप 30 सम्मेलन नवंबर में ब्राज़ील के बेलेम शहर में आयोजित होगा। इस वर्ष जनवरी में, ब्राज़ील सरकार ने आंद्रे कोर्रिया डो लागो को इस सम्मेलन का अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)