क्या चीन ने इंजीनियरिंग और एयरोस्पेस में नई प्रगति हासिल की?
सारांश
Key Takeaways
- चीन की नई तकनीकी प्रगति वैश्विक विज्ञान में महत्वपूर्ण है।
- चंद्रमा से लाए गए नमूनों में नई खोजें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं।
- अंतरिक्ष यान के सफल प्रक्षेपण ने चीन की अंतरिक्ष तकनीक में प्रगति को दर्शाया है।
बीजिंग, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीन ने हाल ही में इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
एक चीनी अनुसंधान टीम ने छांग'अ-6 उपग्रह के माध्यम से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन बेसिन से प्राप्त नमूनों का बारीकी से अध्ययन किया। शोधकर्ताओं ने पहली बार बड़े पैमाने पर प्रभाव घटना के कारण उत्पन्न माइक्रोन आकार के हेमेटाइट और मैग्नेटाइट क्रिस्टल की खोज की है।
इसके अलावा, शनचो-20 समानव अंतरिक्ष यान के अंतरिक्ष यात्री 14 नवंबर को सुरक्षित रूप से धरती पर लौट आए। योजना के अनुसार, शनचो-22 अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण जल्द ही किया जाएगा। इस प्रक्षेपण के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है, और यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक उपकरणों से भरा होगा।
वहीं, चीन की एयरो इंजन कॉरपोरेशन द्वारा विकसित 3डी-मुद्रित न्यूनतम टर्बोजेट इंजन ने 13 नवंबर को सफलतापूर्वक अपना पहला उड़ान परीक्षण पूरा किया है। यह दर्शाता है कि 3डी-मुद्रित इंजनों ने इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)