क्या बिहार चुनाव में 'हम' ने 5 सीटें जीतकर जीतन राम मांझी के दिल में एक कसक छोड़ी?
सारांश
Key Takeaways
- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की।
- जीतन राम मांझी ने मान्यता प्राप्त पार्टी बनने की ख्वाहिश जताई।
- महिलाओं का वोट एनडीए के पक्ष में महत्वपूर्ण रहा।
- शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को प्रस्तावित है।
- राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की उम्मीद।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने पांच सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि, पार्टी के संयोजक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मान्यता प्राप्त पार्टी बनने से चूकने पर निराशा व्यक्त की।
बिहार चुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने कुल 6 सीटों पर चुनाव लड़ा और 5 सीटें जीतकर लगभग 83 प्रतिशत स्ट्राइक रेट हासिल किया। मगध क्षेत्र में 'हम' का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया, लेकिन जीत के बावजूद जीतन राम मांझी के दिल में एक कसक बनी हुई है। सोमवार को उन्होंने पत्रकारों से अपनी भावनाएँ साझा की।
जीतन राम मांझी ने कहा, "हमें केवल छह सीटें दी गईं, जो बहुत कम हैं। यदि हमें 15 सीटें मिलतीं, तो हम कम से कम 8 सीटें जीतते और मान्यता प्राप्त पार्टी बन जाते। अभी हम सिर्फ रजिस्टर्ड पार्टी हैं। चुनाव आयोग सभी दलों को बुलाता है, लेकिन हमें नहीं बुलाया जाता। कई बार अपमान सहना पड़ता है। 2020 में हमें 7 सीटें मिली थीं, जिसमें से हमने 4 जीती थीं। इस बार हमने एनडीए नेताओं से बार-बार प्रार्थना की, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई। यह कसक आज भी है।"
शपथ ग्रहण समारोह को लेकर जीतन राम मांझी ने बताया, "मीडिया में कई जगह कहा जा रहा है कि बिहार में नई एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण 20 नवंबर को होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शामिल होंगे। हमें भी न्योता मिला है।"
मंत्रिमंडल के बंटवारे पर उन्होंने कहा, "भाजपा से 15-16 मंत्री, जदयू से 14-15 मंत्री, लोजपा (आर) से 3 मंत्री, और बाकी छोटे दलों से 1-1 मंत्री होंगे।" हालांकि मांझी ने यह स्पष्ट किया कि यह अभी तक आधिकारिक नहीं है; यह केवल अखबारों में छपी खबरें हैं।
उन्होंने बिहार में एनडीए की शानदार जीत का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। मांझी ने कहा, “इस बार महिलाओं ने भरपूर वोट एनडीए को दिए। पीएम मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया। यही हमारी जीत की सबसे बड़ी वजह है।"