क्या 'थाईवानी स्वतंत्रता' सशस्त्र बल के उकसावे से आत्म विनाश की ओर बढ़ रही है? : चीनी रक्षा मंत्रालय

सारांश
Key Takeaways
- थाईवानी स्वतंत्रता के मुद्दे पर तनाव बढ़ रहा है।
- डीपीपी प्रशासन की अमेरिकी समर्थन पर निर्भरता चिंता का विषय है।
- चीन का रुख स्पष्ट है; वे इसे आत्म विनाश के रूप में देख रहे हैं।
- थाईवान के नागरिकों को इस स्थिति का गहराई से विश्लेषण करना चाहिए।
- क्षेत्रीय स्थिरता के लिए संवाद आवश्यक है।
बीजिंग, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता च्यांग पिन ने एक प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि थाईवानी स्वतंत्रता का ढोंग, सशस्त्र बलों के उकसावे से अंततः आत्म विनाश का कारण बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि थाईवान की लोकतांत्रिक प्रगतिशील पार्टी (डीपीपी) अमेरिका पर निर्भर होकर, तथाकथित स्वतंत्रता लाने की कोशिश कर रही है। यह पार्टी थाईवानी जनता के धन का दुरुपयोग करते हुए, अमेरिका को रक्षा शुल्क चुकाने और अमेरिकी हथियार खरीदने में संलग्न है। यह एक स्पष्ट आत्म धोखा है और बल द्वारा राष्ट्रीय पुनरेकीकरण का इनकार करना एक निश्चित मृत अंत है।
गौर करने वाली बात यह है कि थाईवान के रक्षा विभाग ने हाल ही में यह घोषणा की है कि वहां पहली हिमर्स कंपनी की स्थापना की गई है। इसके अलावा, उसने अमेरिका से 168 स्वचालित हाविट्जर तोपे खरीदने की स्वीकृति भी प्राप्त की है। प्रवक्ता ने इस विषय पर प्रश्नों के उत्तर में उपरोक्त बातें साझा की।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि वर्तमान थाईवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के बीच तनाव का मुख्य कारण डीपीपी प्रशासन का बाहरी शक्तियों के साथ गठजोड़ कर निरंतर उकसाना है।
आशा है कि थाईवान के नागरिक डीपीपी प्रशासन का असली चेहरा पहचानेंगे और कथित थाईवानी स्वतंत्रता का डटकर विरोध करेंगे, ताकि थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की रक्षा की जा सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)