क्या चीन ने यमन के हूती ग्रुप और इजरायल से संयम बरतने का आह्वान किया?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- यमन में संघर्ष बढ़ रहा है।
- चीन ने संयम बरतने की अपील की है।
- आर्थिक पुनर्निर्माण की आवश्यकता है।
- खाद्य संकट पर ध्यान देने की जरूरत है।
- संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान जरूरी है।
बीजिंग, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप-स्थायी प्रतिनिधि कंग शुआंग ने 15 सितंबर को यमन पर सुरक्षा परिषद की एक खुली बैठक में हूती ग्रुप और इजरायल से संयम बरतने का आह्वान किया।
कंग शुआंग ने कहा कि हूती ग्रुप और इजरायल के बीच आपसी हमलों का एक नया दौर हाल ही में बढ़ा है, जिससे संघर्ष की तीव्रता और आवृत्ति बढ़ गई है। चीन दोनों पक्षों से शांत और संयमित रहने और तनाव बढ़ाने से बचने की अपील करता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यमन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए। हूती ग्रुप को अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार लाल सागर के जलक्षेत्र में सभी देशों के व्यापारिक जहाजों के आवागमन के अधिकार का सम्मान करना चाहिए और लाल सागर के नौवहन मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
कंग शुआंग ने कहा कि यमन के आंतरिक संघर्ष में दोनों पक्ष लंबे समय से टकराव में हैं और यमन समस्या का समाधान रातों रात नहीं हो सकता, लेकिन राजनीतिक समाधान के सही विकल्प को किसी भी हालत में नहीं छोड़ा जा सकता।
वर्तमान प्राथमिकता दोनों पक्षों के बीच बातचीत और वार्ता की बहाली को बढ़ावा देना, संघर्षों और मतभेदों को धीरे-धीरे सुलझाना, शीघ्र सुलह के लिए प्रयास करना और आर्थिक पुनर्निर्माण की शुरुआत करना है। यमन में खाद्य संकट इतिहास में अपने सबसे बुरे स्तर पर पहुंच गया है। चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यमन को और अधिक आपातकालीन मानवीय सहायता प्रदान करने का आह्वान करता है ताकि खाद्य संकट की बिगड़ती स्थिति और प्रसार को शीघ्र रोका जा सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            