क्या नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए फिर सरकार बनाएगी? : चिराग पासवान
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए फिर से सरकार बना सकती है।
- महागठबंधन में आपसी मतभेद उनकी संभावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं।
- चिराग पासवान का विश्वास है कि एनडीए एकजुट है।
- तेजस्वी यादव का घमंड चुनाव में बाधक होगा।
- बिहार की जनता ने एक बार फिर एनडीए को समर्थन देने का मन बना लिया है।
पटना, 24 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हम यह चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ रहे हैं, जैसा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा है। चुनाव परिणामों के बाद सभी एनडीए विधायकों द्वारा अपने नेता का चुनाव एक मानक प्रक्रिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि विधायक 14 नवंबर के बाद एक बार फिर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए चुनेंगे।
तेजस्वी यादव की चुनावी गतिविधियों पर तंज कसते हुए चिराग ने कहा कि भले ही उन्होंने देर से चुनाव प्रचार की शुरुआत की, लेकिन मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। चुनाव की घोषणा और नामांकन प्रक्रिया में काफी समय बीत चुका है जबकि महागठबंधन के लोग आपसी मतभेदों में उलझे रहे, और अब जब वे प्रचार में उतरे हैं, तो यह काफी देर हो चुकी है।
महागठबंधन की स्थिति पर चिराग ने कहा कि उनके बीच की दरारें स्पष्ट हैं, जिससे यह साफ है कि उनका सरकार बनाने का सपना अधूरा रह जाएगा। उन्होंने बताया कि 2020 में महागठबंधन दावा कर रहा था कि वे बड़ी पार्टी बनकर मुख्यमंत्री बनाएंगे, लेकिन यदि उस समय एनडीए एकजुट होता, तो राजद दस सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाता। अब हम एकजुट हैं, जबकि महागठबंधन बिखरा हुआ है और आपस में ही फ्रेंडली फाइट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में उमड़ी भीड़ से यह स्पष्ट है कि बिहार की जनता एक बार फिर एनडीए की सरकार चाहती है।
महागठबंधन में सीएम और डिप्टी सीएम के चेहरे पर उन्होंने कहा कि डराकर और लड़कर चेहरा स्वीकार करवाया गया है, जिससे कांग्रेस को ब्लैकमेल किया गया है।
चिराग ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह भ्रम हो गया है कि वे अकेले ही महागठबंधन को जीत दिला देंगे, लेकिन उनका यह घमंड जल्द ही चकनाचूर होगा।