क्या चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के वेबसाइट बंद होने के दावों को खारिज किया?

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग की वेबसाइट बंद नहीं है।
- राहुल गांधी ने कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं।
- लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए नागरिकों का सवाल पूछना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग की वेबसाइट बंद है और उस पर दी गई वोटर लिस्ट गायब है।
भारत निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस नोट जारी कर बताया कि चुनाव आयोग की वेबसाइट में कोई समस्या नहीं है। यह वेबसाइट शुरू होने के बाद से ही सुरक्षित और सुचारू रूप से कार्य कर रही है। दिनभर इस वेबसाइट के ठीक से काम न करने के बारे में कुछ अफवाहें फैलाई जा रही थीं, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।
आयोग ने आगे कहा कि चुनाव आयोग की वेबसाइट शुरू होने के बाद से बिना किसी समस्या के कार्य कर रही है और वर्तमान में भी यह सक्रिय है। सीईओ वेबसाइट्स (यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान) भी सही ढंग से कार्य कर रही हैं, क्योंकि वे ईसीआई की प्रमुख साइट से जुड़ी हुई हैं।
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग मुझसे हलफनामा मांगता है और कहता है कि मुझे शपथ लेनी होगी। मैंने संसद में संविधान की शपथ ली है। जब देश की जनता हमारे डेटा को लेकर सवाल कर रही है, तो चुनाव आयोग ने वेबसाइट बंद कर दी। चुनाव आयोग जानता है कि अगर जनता उनसे सवाल करना शुरू कर देगी, तो उनका पूरा ढांचा ढह जाएगा।
उन्होंने चुनाव आयोग से 5 सवाल पूछे और कहा कि देश जवाब चाहता है। पहला, विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं मिल रही? क्या छिपा रहे हो? दूसरा, सीसीटीवी और वीडियो सबूत क्यों मिटाए जा रहे हैं? तीसरा, फर्जी वोटिंग और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी क्यों की गई? चौथा, विपक्षी नेताओं को धमकाना क्यों? और पांचवां, क्या ईसीआई अब भाजपा का एजेंट बन चुका है? राहुल गांधी ने कहा कि भारत का लोकतंत्र अनमोल है, इसकी चोरी का परिणाम भयानक होगा। अब जनता बोल रही है, बहुत हुआ!