क्या पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रकाश पर्व पर श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका और देशवासियों के लिए प्रार्थना की?
सारांश
Key Takeaways
- गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व सिख धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है।
- मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेककर प्रार्थना की।
- गुरु नानक देव जी की शिक्षाएँ हमें सेवा और सत्य का मार्ग दिखाती हैं।
- प्रभात फेरी में समुदाय की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है।
- गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की स्थापना की।
अमृतसर, ५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सिख धर्म के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर देशभर में उल्लास का माहौल है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका और प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने दर्शन के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, "मैं गुरु नानक देव जी के गुरु पर्व पर सभी को बधाई देता हूँ। मैं नानक लेवा संगत और उनके शिक्षाओं को नमन करता हूँ। मैं उन सभी के लिए प्रार्थना करता हूँ जो ननकाना साहिब गए हैं, कि जहाँ भी गुरु नानक देव हैं, वहाँ शांति और सद्भाव बना रहे।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं इस अवसर पर गुरु नानक जी से प्रार्थना करता हूँ कि पंजाब को तरक्की दें और यहाँ के निवासियों को अच्छी सेहत प्रदान करें। यह शहीदों की धरती है, जो परमात्मा यहाँ रहने वालों को शक्ति दें।"
पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा भी श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने आए और कहा, "मैंने गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर पंजाब, देश और दुनिया की तरक्की के लिए प्रार्थना की है।"
प्रयागराज में भी गुरु नानक देव जी के जन्मदिन के मौके पर संगत ने प्रभात फेरी का आयोजन किया, जिसमें भजन और भक्ति के माध्यम से गुरु के संदेश का प्रसार किया गया।
एक निवासी ने बताया, "आज दरभंगा कॉलोनी में गुरु नानक देव जी के प्रकाश में प्रभात फेरी निकाली जा रही है। यहाँ लोग इकट्ठा हुए हैं।"
एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, "गुरु नानक देव जी के जन्मदिन पर सभी को लख-लख बधाई। हमारी प्रार्थना है कि अधिक से अधिक लोग प्रभात फेरी में शामिल हों।"
गौरतलब है कि गुरु नानक देव ने ही सिख धर्म की स्थापना की और सेवा और सत्य का संदेश फैलाया।