क्या मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में सीएम डैशबोर्ड ने गवर्नेंस परफॉर्मेंस इंडेक्स की शुरुआत की?
सारांश
Key Takeaways
- गुजरात में सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से योजनाओं की प्रभावशीलता में सुधार।
- नागरिक-केंद्रित गवर्नेंस का दृष्टिकोण।
- टेक्नोलॉजी का सही उपयोग।
- गवर्नेंस परफॉर्मेंस इंडेक्स का महत्व।
- अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल।
गांधीनगर, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सरकार के विभिन्न विभाग नागरिक-केंद्रित योजनाओं, सेवाओं और विकास कार्यों के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और शिकायत निवारण के माध्यम से राज्य के नागरिकों की ज़िंदगी को सरल बनाते हुए योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं।
इस उद्देश्य के लिए, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में, विभिन्न विभागों के आवश्यक पैरामीटर को सीएम डैशबोर्ड पर एक एकीकृत प्लेटफॉर्म पर लाया गया है।
यह सीएम डैशबोर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य गुजरात में नागरिक-केंद्रित गवर्नेंस अप्रोच को मजबूत करना है, जो देश में गुड गवर्नेंस का आदर्श स्थापित कर चुका है और योजनाओं का वास्तविक समय में मॉनिटरिंग करना संभव बनाता है।
टेक्नोलॉजी के सही उपयोग की दिशा में यह सीएम डैशबोर्ड अन्य राज्यों के लिए जनहित केंद्रित और योजनाबद्ध परफॉर्मेंस इवैल्यूएशन का उदाहरण बन गया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुड गवर्नेंस की इस उत्कृष्ट परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गवर्नेंस परफॉर्मेंस इंडेक्स (जीपीआई) तैयार किया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में इस जीपीआई के संदर्भ में विभागों की प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा की और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।
मुख्य सचिव एमके दास, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार डॉ. हसमुख अढिया, सलाहकार एसएस राठौर, सरदार सरोवर नर्मदा विभाग के चेयरमैन मुकेश पुरी, कृषि, ऊर्जा, नर्मदा जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ-साथ ट्राइबल अफेयर्स और लेबर एंड एम्प्लॉयमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और मुख्यमंत्री की अतिरिक्त प्रिंसिपल सेक्रेटरी अवंतिका सिंह, सचिव डॉ. विक्रांत पांडे, सड़क सचिव पटेलिया और अन्य संबंधित विभागों के सचिवों ने भी इस समीक्षा बैठक में भाग लिया।