क्या सीएम धामी ने नैनीताल में पर्यटकों की सुविधाओं और यातायात प्रबंधन की समीक्षा की?
सारांश
Key Takeaways
- पर्यटकों की सुविधाओं की समीक्षा की गई।
- यातायात प्रबंधन में सुधार के लिए दिशा-निर्देश दिए गए।
- स्थानीय लोगों से फीडबैक लिया गया।
नैनीताल, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो दिवसीय यात्रा पर नैनीताल आए हैं, जहाँ उन्होंने शुक्रवार सुबह भ्रमण के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शीतकालीन यात्रा और नए वर्ष के संदर्भ में पर्यटकों की सुविधाओं और यातायात प्रबंधन की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय नागरिकों से मिलने के दौरान सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का फीडबैक लिया और पर्यटकों से बात करते हुए प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने पार्किंग, बेहतर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने और अत्यधिक ट्रैफिक के समय वैकल्पिक मार्गों की योजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि देवभूमि उत्तराखंड आने वाला हर पर्यटक एक सुखद और अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटे।" उन्होंने अधिकारियों को खास निर्देश दिया कि किसी भी पर्यटक को यहां आने में कोई कठिनाई न हो।
इसके पश्चात, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मल्लीताल स्थित गुरुद्वारे में मत्था टेककर गुरु महाराज का आशीर्वाद लिया और संगत को प्रसाद वितरित किया।
मुख्यमंत्री ने गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। यह त्याग देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "साहिबजादों का बलिदान देश में हमेशा याद रखा जाएगा। वीर बाल दिवस पर मैं उनकी शहादत को श्रद्धांजलि देता हूँ। उन्होंने अपने धर्म के लिए हर हाल में बलिदान देने का साहस दिखाया।"
सीएम धामी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "वीर बाल दिवस पर नैनीताल स्थित श्री गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेककर साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह जी एवं बाबा फतेह सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह अवसर केवल स्मरण का नहीं, बल्कि उनके अद्वितीय त्याग को आत्मसात करने का है।"