क्या महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने नासिक-त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेले की तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिए?

सारांश
Key Takeaways
- कुंभ मेला की तैयारियों में उच्च गुणवत्ता और समयबद्धता पर जोर।
- मुख्यमंत्री ने गोदावरी नदी को स्वच्छ रखने का निर्देश दिया।
- साधुग्राम में अखाड़ों की आवश्यकताओं के अनुसार सुविधाएं।
- सड़क और जल निकासी कार्यों में तेजी लाने की जरूरत।
- डिजिटल कुंभ की अवधारणा का कार्यान्वयन।
मुंबई, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नासिक-त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ कुंभ मेला की तैयारियों को गति और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला आस्था, सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का प्रतीक है, इसलिए सभी बुनियादी ढांचे के कार्य समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाने चाहिए।
नासिक में नए रिंग रोड और साधु ग्राम/टेंट सिटी के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य तुरंत पूरा करने पर जोर दिया गया।
सह्याद्री राज्य अतिथि गृह में आयोजित समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजित पवार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन, स्कूली शिक्षा मंत्री दादा भुसे, विपणन मंत्री जयकुमार रावल, मुख्य सचिव राजेश कुमार, पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
नासिक संभागीय आयुक्त प्रवीण गेडाम ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से योजना की जानकारी दी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रामकुंड में गोदावरी नदी के जल को स्वच्छ रखने पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
उन्होंने सीवेज निपटान कार्यों को प्राथमिकता देने, हवाई अड्डे और रेलवे सुविधाओं को तेजी से पूरा करने, साथ ही रिंग रोड और अन्य सड़क निर्माण कार्यों में देरी न होने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अधूरे कार्यों से नागरिकों को असुविधा न हो, इसके लिए विशेष ध्यान रखा जाए। साधुग्राम में अखाड़ों की आवश्यकताओं के अनुसार सुविधाएं प्रदान करने, केंद्रीकृत सीसीटीवी प्रणाली स्थापित करने और कानून-व्यवस्था के लिए 'एआई' तकनीक का प्रयोग करने का सुझाव दिया।
इसके अलावा, 'मार्वल' तकनीक का उपयोग और पुलिस आवास की व्यवस्था को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।
सार्वजनिक परिवहन के लिए बस सेवा की योजना बनाने और पार्किंग स्थलों पर भंडारा/लंगर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। कुंभ मेले के प्रचार के लिए 'डिजिटल कुंभ' की अवधारणा को लागू करने और इसके लिए अलग योजना तैयार करने पर बल दिया गया।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कार्यों में तेजी लाने की बात कही, जबकि अजित पवार ने गुणवत्तापूर्ण कार्यों पर ध्यान देने की बात कही। वहीं, छगन भुजबल ने नदी के पानी को पूरे वर्ष स्वच्छ रखने, दादा भुसे ने आस-पास के तीर्थ स्थलों में विकास कार्यों में तेजी लाने और गिरीश महाजन ने सड़क व जल निकासी कार्यों को समय पर पूरा करने का सुझाव दिया।