क्या वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की सेहत में गिरावट आई है?

सारांश
Key Takeaways
- प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित है।
- उनकी सेहत को प्राथमिकता दी जा रही है।
- भक्तों ने सोशल मीडिया पर उनकी सेहत के लिए प्रार्थना की है।
- पदयात्रा के दौरान भक्तों की संख्या हमेशा अधिक रहती है।
- यह पदयात्रा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है।
मथुरा, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की स्वास्थ्य स्थिति में गिरावट के कारण उनकी रोज़ाना की सुबह की पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
यह जानकारी श्री हित राधा केलि कुंज की ओर से सोशल मीडिया के जरिए साझा की गई।
प्रेमानंद महाराज वृंदावन की श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी में निवास करते हैं और हर सुबह 4 बजे सोसाइटी से श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम तक पैदल यात्रा करते हैं। इस दौरान हजारों भक्त उनकी एक झलक पाने के लिए रात से ही मार्ग पर एकत्रित होते हैं। रास्ते को रंगोलियों से सजाया जाता है और फूलों की वर्षा की जाती है।
प्रेमानंद महाराज लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित हैं और उन्हें नियमित रूप से डायलिसिस कराना पड़ता है।
सूचनाओं के अनुसार, पिछले दो दिनों से वे अपनी सुबह की पदयात्रा पर नहीं निकल सके। इस दौरान भक्तों को सूचनाओं के अभाव में मार्ग पर उनकी प्रतीक्षा करते रहना पड़ा। भक्तों की असुविधा को ध्यान में रखते हुए आश्रम की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि स्वास्थ्य कारणों से उनकी पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है।
आश्रम द्वारा जारी एक सूचना में भक्तों से अनुरोध किया गया है कि वे दर्शन के लिए मार्ग पर प्रतीक्षा न करें। साथ ही, यह भी उल्लेखित किया गया कि प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य उनकी प्राथमिकता है।
यह उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी कई बार उनकी सेहत के कारण यह पदयात्रा कई दिनों तक स्थगित की जा चुकी है।
प्रेमानंद महाराज की यह पदयात्रा न केवल वृंदावन, बल्कि देश-विदेश के भक्तों के लिए आध्यात्मिक महत्व रखती है। उनके अनुयायी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी भक्तों ने उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थनाएं शुरू कर दी हैं।