क्या भाजपा के एजेंडे पर चल रहीं हैं सीएम ममता बनर्जी?
सारांश
Key Takeaways
- मोदी सरकार के समय नक्सलवाद में कमी आई।
- कांग्रेस की सरकार की तुलना में भाजपा की नीतियाँ प्रभावी साबित हुईं।
- ममता बनर्जी अब भाजपा के एजेंडे की ओर अग्रसर हैं।
पटना, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रमोद चंद्रवंशी ने कहा कि जब से केंद्र में मोदी की सरकार बनी है, तब से नक्सलवाद, उग्रवाद और क्षेत्रवाद समाप्ति की दिशा में बढ़ रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस पर भी तीखा हमला किया।
डॉ. चंद्रवंशी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय आतंकियों का बोलबाला था। जब से प्रधानमंत्री मोदी केंद्र में आए हैं, तब से नक्सलवाद, उग्रवाद और क्षेत्रवाद समाप्ति की ओर है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का क्या हाल था, हमारी सरकार के आने के बाद उस पर नियंत्रण पाया गया। बिहार में भी नक्सलवाद की समस्या रही है। मैं उसी क्षेत्र से आता हूं। जहां भी भाजपा या एनडीए की सरकार रही है, वहां उग्रवाद और नक्सलवाद पर कठोर कार्रवाई की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि एक समय ऐसा था जब भारत में जय श्रीराम कहने में भी डर लगता था, लेकिन आज जब प्रधानमंत्री विदेशी धरती पर जाते हैं, तो वहां मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत किया जाता है। सनातन और हिंदू धर्म के विरोधी भी आज हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं और प्रयागराज में स्नान कर रहे हैं।
प्रमोद चंद्रवंशी ने कहा कि ममता दीदी भी मंदिर बनाने की बात कर रही हैं। यह हमारी विचारधारा की जीत है। उन्होंने कहा कि देर से ही सही, लेकिन दुरुस्त आए। अब सीएम ममता बनर्जी भाजपा के एजेंडे पर चल रही हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे हैं, जहां वे विभिन्न संगठनों के साथ बैठक करने वाले हैं। उनकी यह यात्रा विधानसभा चुनाव से पहले महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अमित शाह ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को 41 प्रतिशत वोट और 18 सीटें मिली थीं। उन्होंने आगे कहा कि 2021 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को 38 प्रतिशत वोट और 77 सीटें मिलीं। 2016 के चुनावों में 3 सीटें पाने वाली पार्टी ने पांच वर्षों में 77 सीटें हासिल की हैं। अगला चुनाव पश्चिम बंगाल में घुसपैठ रोकने और घुसपैठियों को खदेड़ने के मुद्दों पर लड़ा जाएगा।