क्या प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक के दीक्षांत परेड समारोह में सीएम नीतीश ने अनुशासन को महत्व दिया?
सारांश
Key Takeaways
- सीएम नीतीश कुमार ने अनुशासन और कर्तव्य का महत्व बताया।
- 1218 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों का दीक्षांत परेड हुआ।
- महिलाओं और ट्रांसजेंडर की भागीदारी को सराहा गया।
- बिहार पुलिस अकादमी का विस्तार हो रहा है।
- समाज में कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है।
राजगीर, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को नालंदा जिले में स्थित बिहार पुलिस अकादमी, राजगीर में प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक के दीक्षांत परेड समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने खुली जीप में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। इसके साथ ही उन्होंने प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों का उत्साहवर्धन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने यह भी कहा कि आप सभी को अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा, ईमानदारी, संवेदनशीलता और अनुशासन के साथ करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों को पुरस्कार भी प्रदान किए। इस अवसर पर प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों को शपथ दिलाई गई। ध्वजरोही वाहकों ने राष्ट्रीय ध्वज और अकादमी ध्वज को लेकर परेड में प्रदर्शन किया, जिससे प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों ने बेहतर परेड का प्रदर्शन कर लोगों का मन जीत लिया।
दीक्षांत परेड कार्यक्रम के पूर्व, मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस अकादमी का जायजा लिया। बताया गया कि राज्य सरकार ने अकादमी के विस्तार के लिए अकादमी परिसर से सटे २२ एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति दी है। इस भूमि पर नया प्रशासनिक भवन, परेड मैदान, अधिकारियों के लिए आवास और अन्य सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि २०२३ बैच के १२१८ पुलिस अवर निरीक्षकों का बुनियादी प्रशिक्षण पूरा हो गया है, जिनमें ४३६ महिलाएं और तीन ट्रांसजेंडर पुलिस अवर निरीक्षक शामिल हैं। इन सभी को प्रशिक्षण के बाद विभिन्न जिलों में पदस्थापित किया जाएगा। बिहार पुलिस अकादमी की स्थापना वर्ष २००८ में हुई थी, जिसके लिए १३३ एकड़ भूमि राजगीर में उपलब्ध कराई गई थी।
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भी उपस्थित रहे।