क्या सीएम स्टालिन के दौरे से पहले वेल्लोर को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया?

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क्या सीएम स्टालिन के दौरे से पहले वेल्लोर को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया?

सारांश

वेल्लोर जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन के दौरे को लेकर 25 और 26 जून को नो-फ्लाई जोन की घोषणा की है। यह सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम है। जानें इसके पीछे के कारण और प्रशासन की तैयारी।

Key Takeaways

  • वेल्लोर में 25-26 जून को नो-फ्लाई जोन घोषित।
  • सुरक्षा उपायों के तहत सभी हवाई गतिविधियों पर पाबंदी।
  • मुख्यमंत्री का उद्घाटन कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
  • कानूनी परिणामों से बचने के लिए सहयोग की अपील।
  • ड्रोन के उपयोग पर सख्त पाबंदी।

चेन्नई, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। वेल्लोर जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन के निर्धारित दौरे के संदर्भ में 25 और 26 जून को क्षेत्र को “नो-फ्लाई जोन” घोषित कर दिया है।

जिला कलेक्टर वी.आर. सुब्बुलक्ष्मी द्वारा जारी बयान के अनुसार, इन दो दिनों में ड्रोन संचालन सहित सभी गैर-पारंपरिक हवाई गतिविधियों पर सख्ती से पाबंदी रहेगी।

यह निर्देश मुख्यमंत्री की यात्रा के लिए बढ़ाए गए सुरक्षा उपायों का हिस्सा है, जिसमें वह वेल्लोर निगम सीमा के भीतर नवनिर्मित ब्रिटिश-युग के पेंटलैंड मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे और विभिन्न लाभार्थियों को कल्याण सहायता वितरित करेंगे।

कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि बिना पूर्व आधिकारिक मंजूरी के किसी भी मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) या अन्य हवाई उपकरणों को उड़ाने पर जिला पुलिस द्वारा उपकरण को तत्काल जब्त या नष्ट किया जाएगा।

बयान में कहा गया है, "यदि कोई व्यक्ति या नागरिक एजेंसी नो-फ्लाई ऑर्डर का उल्लंघन करती है, तो उसके खिलाफ आईपीसी के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

इस कदम का उद्देश्य मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान गणमान्य व्यक्तियों और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, क्योंकि इन कार्यक्रमों में भारी भीड़ और महत्वपूर्ण प्रशासनिक गतिविधि होने की उम्मीद है।

अधिकारियों ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के रणनीतिक महत्व को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा कर दिया गया है।

इस दो दिवसीय यात्रा में कई कार्यक्रम और कल्याणकारी योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत शामिल होगी, जिसके कारण निगरानी और हवाई क्षेत्र प्रतिबंध बढ़ाने की आवश्यकता है।

वेल्लोर के निवासियों और एजेंसियों से प्रशासन के साथ सहयोग करने और कानूनी परिणामों से बचने के लिए आग्रह किया गया है कि वे तय अवधि के दौरान ड्रोन या इसी तरह के हवाई गैजेट का उपयोग करने से परहेज करें।

Point of View

वेल्लोर का नो-फ्लाई जोन घोषित करना एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम है। यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे गणमान्य व्यक्तियों और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करें। ऐसे निर्णयों का उद्देश्य हमेशा देश की सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखना होता है।
NationPress
23/06/2025

Frequently Asked Questions

नो-फ्लाई जोन क्या होता है?
नो-फ्लाई जोन वह क्षेत्र है जहां हवाई उड़ानों पर पाबंदी होती है, खासकर सुरक्षा कारणों से।
क्यों वेल्लोर को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया?
यह मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
क्या ड्रोन उड़ाने की अनुमति है?
बिना पूर्व अनुमति के ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है।
क्या उल्लंघन पर क्या कार्रवाई होगी?
उल्लंघन करने पर आईपीसी के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कौन से कार्यक्रम होंगे?
मुख्यमंत्री के उद्घाटन कार्यक्रम और कल्याण सहायता वितरण कार्यक्रम होंगे।