क्या सीएम योगी ने अधिकारियों को पुलिस मामलों में सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी?
सारांश
Key Takeaways
- पीड़ितों की मदद में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
- लापरवाही के मामले में अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
- जनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान किया जाएगा।
- भूमि कब्जाने की शिकायतों पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।
- इलाज के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
गोरखपुर, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उन्हें पुलिस से संबंधित मामलों में कड़ी कार्रवाई करनी होगी। पीड़ितों की सहायता में कोई भी देरी और लापरवाही स्वीकार्य नहीं है।
सीएम योगी ने कहा कि यदि जनता की समस्याओं के समाधान में लापरवाही पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी पीड़ित के मामले में कोई समस्या आ रही है, तो उसका समाधान सुनिश्चित किया जाए और जानबूझकर यदि मामले को लटकाया गया है, तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए।
सीएम योगी ने यह निर्देश मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान दिए। उन्होंने लगभग 300 लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और सभी को आश्वस्त किया कि उन्हें घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का प्रभावी समाधान किया जाएगा।
उन्होंने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को आदेश दिया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। कुछ मामलों में अधिकारियों को यह भी जानने के लिए कहा गया कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है, तो इसका कारण क्या है। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए।
उन्होंने भूमि कब्जाने की शिकायतों पर कानूनी और कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में आर्थिक सहायता की मांग के साथ आए थे। इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल के आंकड़ों को जल्द से जल्द शासन को उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त सहायता दी जाएगी।
जनता दर्शन में सीएम योगी ने बच्चों को प्यार से चॉकलेट दी। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान उन्होंने गुरु गोरखनाथ का दर्शन किया और गोशाला में जाकर गायों को स्नेहिल भाव से गुड़-रोटी खिलाई।