क्या सीएम युवा योजना युवाओं को जॉब क्रिएटर बना रही है?

Click to start listening
क्या सीएम युवा योजना युवाओं को जॉब क्रिएटर बना रही है?

सारांश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सीएम युवा कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। उन्होंने युवा उद्यमियों के लिए सीएम युवा योजना की महत्वपूर्ण पहल को साझा किया, जो उन्हें स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ा रही है। यह योजना लाखों युवाओं के लिए नए अवसरों को जन्म दे रही है।

Key Takeaways

  • सीएम युवा योजना ने युवाओं को स्वरोजगार का अवसर प्रदान किया है।
  • योजना के तहत 68,000 से अधिक युवाओं को ऋण उपलब्ध कराया गया है।
  • युवाओं को मार्जिन मनी की सुविधा भी दी जा रही है।
  • योजना के माध्यम से कार्यक्षमता और उद्यमिता को बढ़ावा मिल रहा है।
  • यूपी में नया उद्यम शुरू करने में लाइसेंस बाध्यता नहीं है।

लखनऊ, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजधानी लखनऊ में सीएम युवा कॉन्क्लेव एवं एक्सपो-2025 का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत संचालित सीएम युवा योजना को प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए "स्वरोजगार से स्वावलंबन तक की यात्रा" का माध्यम बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस योजना के अंतर्गत 68,000 से अधिक युवाओं को 2751 करोड़ रुपए का ब्याजमुक्त एवं गारंटी मुक्त ऋण उपलब्ध कराया गया है। योजना के अंतर्गत 10 प्रतिशत मार्जिन मनी की सुविधा भी राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है। यूपी के युवाओं में अनलिमिटेड पोटेंशियल है। सीएम युवा इन युवाओं को मंच और मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है, जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हर जिले से कम से कम 50 युवाओं को लाकर इस प्रदर्शनी को दिखाया जाए, ताकि उन्हें योजनाओं, स्टार्टअप संसाधनों और मार्केट एक्सेस की सही जानकारी मिल सके।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने फ्रेंचाइजी व्यवसाय, बिजनेस ऑन व्हील्स व अन्य इनोवेटिव व्यवसायों के ब्रांड्स/मशीनरी की प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं मशीनरी सप्लायर्स पोर्टल 'यूपी मार्ट' की लॉन्चिंग भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष 17 एमओयू भी किए गए।

सीएम योगी ने कहा कि सीएम युवा योजना की सबसे बड़ी विशेषता इसकी ब्याजमुक्त और गारंटीमुक्त संरचना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूंजी की कमी, ट्रेनिंग का अभाव, और गाइडेंस की दिक्कत इन सभी समस्याओं का समाधान इस योजना के माध्यम से किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ योजना नहीं, एक आंदोलन है। यह हर उस युवा के लिए अवसर है, जिसके पास सपना है लेकिन साधन नहीं। उन्होंने मंच पर अपनी सफलता की कहानी सुनाने वाले युवाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन सभी की कहानियों में एक समानता है और वह यह कि जो सपना उन्होंने देखा, सीएम युवा योजना के माध्यम से सरकार ने उसे पूरा किया। सीएम युवा उद्यमी स्कीम ने पूंजी की कमी को दूर किया, ट्रेनिंग की समस्या का समाधान किया, आत्मनिर्भर युवा के मिशन को धरातल पर उतारा। अनेक युवा अलग-अलग क्षेत्र में इस स्कीम का लाभ ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे संस्थान एक तरह से ‘टापू’ बन चुके हैं, जिनका समाज और स्कीमों से जुड़ाव टूटता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब जानकारी नहीं होती, तो युवा गलत स्कीम में फंसते हैं। कर्ज के बोझ से टूट जाते हैं। पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सीएम युवा योजना न केवल युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित कर रही है, बल्कि उन्हें "जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर" भी बना रही है। सीएम योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश की हस्तशिल्प, कुटीर और एमएसएमई इंडस्ट्री को पुनर्जीवित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। आज उत्तर प्रदेश में कोई भी नया उद्यम शुरू करने पर पहले 1000 दिन तक किसी प्रकार की लाइसेंस बाध्यता नहीं है। साथ ही, 5 लाख रुपए का बीमा कवर भी दिया जा रहा है।

सीएम योगी ने कहा कि 2017 में जब उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में तैयार लोक कल्याण संकल्प पत्र में वादा किया गया था कि परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना लाई जाएगी। सरकार बनने के बाद प्रदेशभर का अध्ययन कराया गया और पाया कि हर जिले में कुछ न कुछ परंपरागत उद्यम हैं, लेकिन भ्रष्टाचार, अराजकता और पलायन के कारण यह क्षेत्र लगभग दम तोड़ चुका था। इसी चुनौती को अवसर में बदलते हुए सरकार ने 2018 में ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) योजना की शुरुआत की। यह योजना आज देश में एक ब्रांड बन चुकी है और उत्तर प्रदेश के निर्यात को 86,000 करोड़ से बढ़ाकर 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक कर चुकी है।

उन्होंने कहा कि पहले त्योहारों पर चीन का सामान बाजारों में छाया रहता था, लेकिन आज स्थानीय उत्पाद और ओडीओपी गिफ्ट्स हर घर तक पहुंच रहे हैं। स्थानीय कारीगर, उद्यमी और हस्तशिल्पी सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। इसके साथ ही 2019 में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना शुरू की गई, जिसके तहत परंपरागत कारीगरों को प्रशिक्षण, टूलकिट और सम्मान दिया जा रहा है। सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि जो समाज अपने कारीगरों को सम्मान नहीं देता, उसका भविष्य नहीं होता।

सीएम योगी ने बताया कि 25 से 29 सितंबर, 2025 को नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल ट्रेड शो में भी उत्तर प्रदेश के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। वहां पर बायर-सेलर मीट होती है। कोई कल्पना भी नहीं करता था कि यूपी में इस तरह की चीजों का प्रोडक्शन होता होगा। पहले साल चार लाख लोग, दूसरी बार 5 लाख लोग इसके सहभागी बने थे। यह उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल का एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है। यह प्रदेश के ‘लोकल टू ग्लोबल’ विजन को आगे बढ़ाने का सशक्त मंच है।

Point of View

बल्कि युवाओं में उद्यमिता का आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है।
NationPress
31/07/2025

Frequently Asked Questions

सीएम युवा योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
सीएम युवा योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता की ओर प्रेरित करना है।
इस योजना के तहत युवाओं को किस प्रकार का ऋण मिलता है?
युवाओं को 2751 करोड़ रुपए का ब्याजमुक्त एवं गारंटी मुक्त ऋण मिलता है।
क्या योजना में मार्जिन मनी की सुविधा है?
हां, इस योजना के अंतर्गत 10 प्रतिशत मार्जिन मनी की सुविधा उपलब्ध है।
योजना से कितने युवाओं ने लाभ उठाया है?
अब तक 68,000 से अधिक युवाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है।
क्या सीएम युवा योजना केवल उत्तर प्रदेश के लिए है?
जी हां, यह योजना विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए डिजाइन की गई है।