क्या मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेताओं ने मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर मोर्चा खोला?

सारांश
Key Takeaways
- मतदाता अधिकारों की रक्षा जरूरी है।
- चुनाव आयोग की जवाबदेही पर सवाल उठते हैं।
- यह केवल कांग्रेस का मुद्दा नहीं, बल्कि सभी नागरिकों का मुद्दा है।
- राजनीतिक आंदोलन से जागरूकता बढ़ती है।
- लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए।
भोपाल, १३ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी पूरे देश में मतदाता सूची में गड़बड़ी और वोट चोरी के आरोप लगाते हुए आंदोलन कर रही है। मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि यह संघर्ष सामान्य मतदाता के अधिकारों की रक्षा का है।
कांग्रेस के भोपाल कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया और केंद्र सरकार से लेकर चुनाव आयोग तक पर आरोप लगाए। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन कर रही है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया में बदलाव के संदर्भ में पहले उठाए गए सवाल अब सही साबित हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी आम मतदाता के अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है और इस संघर्ष को मजबूती से आगे बढ़ा रही है।
राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सत्य और न्याय की लड़ाई लड़ी है। आज पूरा देश जानना चाहता है कि क्या चुनाव आयोग संविधान और लोकतंत्र के साथ खड़ा है या किसी विशेष राजनीतिक दल के पक्ष में। चुनाव आयोग का कार्य जनसुविधा सुनिश्चित करना है, न कि नागरिकों के लिए कठिनाई उत्पन्न करना। उन्होंने कहा कि जब सांसद शांतिपूर्ण विरोध करते हैं और उन्हें चुनाव आयोग तक जाने से रोका जाता है, तो यह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है। और जब नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से हलफनामा मांगा जाता है, तो यह चुनाव आयोग की जवाबदेही पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा उठाया गया वोट चोरी का मुद्दा केवल राजनीतिक लाभ-हानि का मामला नहीं है, बल्कि यह अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है। इसमें केवल कांग्रेस ही नहीं, बल्कि पूरा देश शामिल है। पटवारी ने कहा कि जब से वोट चोरी का मामला सामने आया है, चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट भी बंद कर दी है। यह केवल कांग्रेस का नहीं, बल्कि पूरे देश का मुद्दा है।
राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि चुनाव आयोग कहता है वोट आपका है, वोट देना आपका अधिकार है, लेकिन भाजपा का नारा बन गया है फर्जी वोट हमारा, फर्जी जनादेश की सरकार हमारी। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग केवल दो महीने में ही डेटा हटाता है, जो संविधान के उल्लंघन के बराबर है। आज चुनाव आयोग भाजपा की कठपुतली बन चुका है। राहुल गांधी ने पूरे देश में वोट चोरी के खिलाफ संघर्ष शुरू किया है, यह केवल कांग्रेस की नहीं, बल्कि हर नागरिक के अधिकार की लड़ाई है।