क्या कांग्रेस पार्टी देश की महिलाओं और पीएम मोदी का सम्मान करती है? : कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पार्टी का महिलाओं के प्रति सम्मान का रुख
- भाजपा द्वारा कांग्रेस पर की गई आलोचना
- महिलाओं का अपमान नहीं होना चाहिए
- राजनीति में सम्मान का महत्व
- बीएमसी चुनावों में निर्णय का इंतजार
मुंबई, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजनीति में विधानसभा चुनावों से पहले ही तीखापन बढ़ता जा रहा है और हाल की घटनाएं इसकी मिसाल हैं। दरभंगा में कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद बिहार कांग्रेस की ओर से एआई वीडियो जारी किया गया है।
भाजपा ने पीएम मोदी के खिलाफ जारी इस एआई वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस पार्टी की जमकर आलोचना की जा रही है। इस बीच कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि हम पीएम मोदी का सम्मान करते हैं, देश की सभी महिलाओं का सम्मान कांग्रेस पार्टी करती है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कांग्रेस नेता ने बिहार कांग्रेस के एआई वीडियो पर सफाई देते हुए कहा कि किसी भी महिला का अपमान नहीं होना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित उन वीडियो के खिलाफ भी कड़ा ऐतराज जताया, जो महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने का काम करती हैं।
कांग्रेस नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के नेता जिस तरह से कांग्रेसी महिला नेताओं को टारगेट करते हैं, उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं, उसके खिलाफ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व कार्रवाई कब करने वाले हैं? इसलिए, मैं फिर से कहना चाहती हूं कि कांग्रेस पार्टी हमेशा महिलाओं का सम्मान करती है।
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आकर बीएमसी चुनाव लड़ने की अटकलों पर कांग्रेस नेता ने कहा कि इस सवाल का जवाब उनकी पार्टी दे सकती है। मैं कांग्रेस पार्टी से हूं, तो मैं इसका जवाब कैसे दूं? उन्होंने कहा कि वे अपनी पार्टी के लिए फैसले लेते हैं; हमारे लिए सबसे पहले संविधान है। हम सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। बीएमसी चुनाव को लेकर आने वाले दिनों में निर्णय लिया जाएगा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के दोस्त हैं तो भारत पर 50 फीसदी टैरिफ कैसे लगा सकते हैं? उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान के साथ युद्ध की स्थिति पैदा हुई तो भारत के साथ कोई देश साथ खड़ा नहीं था। भारत में विपक्ष अपनी सरकार के साथ था। हमें लगा था कि पीओके हमारे पास होगा, लेकिन सीजफायर कर दिया गया।