क्या लोगों के सिग्नेचर और नेचर नहीं बदलते? ठीक वैसे ही कांग्रेस भी नहीं बदली: उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का स्वभाव अभी भी नहीं बदला है।
- आपातकाल के दौरान संविधान का अपमान हुआ था।
- देशवासियों को अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से सतर्क रहना चाहिए।
- चुनाव आयोग के कदमों की सराहना की जानी चाहिए।
- लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखना आवश्यक है।
पटना, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने बुधवार को आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जैसे किसी इंसान का हस्ताक्षर और स्वभाव कभी नहीं बदलता, ठीक उसी प्रकार कांग्रेस का स्वभाव भी अब तक नहीं बदला है। आज भी अनेक अपराधी प्रवृत्ति के लोग कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं। हमें ऐसे लोगों से सतर्क रहना आवश्यक है। इस समय इन लोगों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए।
विजय सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान संविधान को समाप्त कर दिया था। कांग्रेस ने कभी भी संविधान की गरिमा का सम्मान नहीं किया है। यदि प्रधानमंत्री मोदी ऐसे लोगों के बारे में कहते हैं कि ये लोग कभी नहीं बदलेंगे, तो हमें उनकी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। निश्चित रूप से ऐसे लोग कभी नहीं बदलते हैं। मैं कहूंगा कि देश के नागरिकों को इनसे सतर्क रहना चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करना इनका स्वभाव बन चुका है, जिसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। एक स्वस्थ लोकतंत्र में ऐसे राजनीतिक दलों का होना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि आपातकाल के बारे में जानकारी लेना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, हमें आने वाली पीढ़ी को भी इसके बारे में बताना होगा, ताकि वे जान सकें कि किस प्रकार कांग्रेस ने लोकतंत्र और संविधान का अपमान किया था। यदि ये लोग संविधान की बात करेंगे, तो यह और भी हास्यास्पद होगा। इन लोगों ने बार-बार साबित किया है कि इनका लोकतंत्र से कोई संबंध नहीं है।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन की प्रक्रिया की सराहना की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने एक बहुत ही अच्छा कदम उठाया है, जिसकी सभी को सराहना करनी चाहिए। साथ ही, यह लोकतंत्र के लिए भी एक सकारात्मक कदम है।