क्या कांग्रेस के एसआईआर को रोकने के प्रयास विफल हो गए? : जेपी नड्डा

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस के झूठ नकारे जा रहे हैं।
- सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को निर्देश दिए हैं।
- भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस का मकसद विफल हो गया है।
- आधार कार्ड का उपयोग पहचान सत्यापन के लिए है।
- कांग्रेस की डर फैलाने की मुहिम बेनकाब हो गई है।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी झूठ एक-एक करके नकारे जा रहे हैं और बेनकाब हो रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने एक ट्वीट में, जेपी नड्डा ने लिखा, "कांग्रेस ने एसआईआर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट में उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा। अब हताशा में कांग्रेस गैर-मुद्दों को उठाकर 'नैतिक जीत' का ढोंग रच रही है। असलियत यह है कि उनके सारे झूठ एक-एक करके नकारे और बेनकाब हो रहे हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर मुकदमा और मुद्दा दोनों हार लिए हैं।"
सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को 65 लाख हटाए गए मतदाताओं की सूची सार्वजनिक करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, कोर्ट ने ईसीआई को प्रत्येक हटाए गए नाम का कारण बताने, सूची को व्यापक रूप से प्रचारित करने और पहचान सत्यापन के लिए आधार कार्ड के उपयोग की अनुमति देने का निर्देश दिया है।
भाजपा का कहना है कि विपक्ष का असली मकसद (एसआईआर को पटरी से उतारना और मतदाता सूची में फर्जी प्रविष्टियों को बचाना) विफल हो गया है।
कोर्ट ने संशोधन प्रक्रिया को जारी रखने की अनुमति दी है। भाजपा का कहना है कि कोर्ट के निर्देश केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करते हैं और कांग्रेस के बेबुनियाद आरोपों का समर्थन नहीं करते।
चुनाव आयोग के अनुसार, राजद-कांग्रेस का कोई भी बूथ-स्तरीय एजेंट ने शिकायत दर्ज नहीं की। सभी दलों को 65 लाख हटाए गए मतदाताओं की सूची उपलब्ध थी, फिर भी अब वे कैमरों के सामने शोर मचा रहे हैं।
आधार कार्ड के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इसका उपयोग केवल पहचान स्थापित करने के लिए है, नागरिकता सत्यापन के लिए नहीं।
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस की डर फैलाने की मुहिम भी बेनकाब हो गई है।