क्या कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक सिर्फ एक इवेंट है? शाहनवाज हुसैन का बयान

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क्या कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक सिर्फ एक इवेंट है? शाहनवाज हुसैन का बयान

सारांश

भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक को केवल एक इवेंट का नाम दिया। उन्होंने इस बैठक के पीछे की राजनीति और बिहार की उपेक्षा पर चर्चा की। क्या सच में कांग्रेस को इससे कोई लाभ होगा?

Key Takeaways

  • कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक को भाजपा ने इवेंट बताया।
  • बिहार की उपेक्षा पर सवाल उठाए गए।
  • असदुद्दीन ओवैसी की यात्रा को राजनीतिक कहा गया।
  • शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर बधाई।

पटना, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने बिहार की राजधानी पटना में आयोजित ‘कांग्रेस वर्किंग कमेटी’ की बैठक को इवेंट करार दिया।

उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस बैठक में अधिकतर कांग्रेस के निष्क्रिय नेता भाग ले रहे हैं। इसे कांग्रेस नॉन-वर्किंग कमेटी की बैठक कहने में कोई हर्ज नहीं है। इससे कोई भी परिणाम निकलने की उम्मीद नहीं है। ये लोग इसे प्रचारित कर रहे हैं जैसे इन्होंने बिहार पर कोई बड़ा एहसान किया है।

उन्होंने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इनको इतने वर्षों बाद बिहार की याद आई है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक ५० साल बाद बिहार में हुई है। कांग्रेस ने हमेशा सत्ता में रहते हुए बिहार की जनता को उपेक्षित किया है और उनके हितों पर कुठाराघात किया है।

उन्होंने कहा कि यह सब अपने राजनीतिक हित साधने के लिए किया जा रहा है। इस बैठक से कांग्रेस को शून्य ही मिलेगा।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली में भी कांग्रेस ने इसी तरह की बैठक की थी। यूपी में भी सभी दांव चले थे, लेकिन किसी राजनीतिक मोर्चे पर इनको कुछ भी हासिल नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में कांग्रेस को कुछ नहीं मिला, तो बिहार से कुछ मिलने की कोई संभावना नहीं है। निश्चित रूप से बिहार में सरकार एनडीए की ही बनेगी। कितनी भी बैठक कर लें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

इसके अलावा, उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की बिहार यात्रा को भी राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि ओवैसी की सीमांचल में कोई पैठ नहीं है। चाहे वह कितनी भी यात्रा कर लें, उन्हें कुछ नहीं मिलने वाला। वास्तव में सीमांचल का विकास अगर किसी ने किया है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।

उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में उनकी सरकार बनने पर आजम खान के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे।

शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अखिलेश यादव अब उनके पक्ष में बयान दे रहे हैं, लेकिन जब आजम खान सलाखों के पीछे थे, तब सपा के किसी नेता ने उनसे मिलने की जहमत नहीं उठाई। अब जब वह बाहर आ गए हैं, तो ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इन दावों से कुछ नहीं होगा, क्योंकि प्रदेश में सरकार भाजपा की ही बनेगी।

उन्होंने मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान को भी निराधार बताया और कहा कि भारत में गोमांस का एक्सपोर्ट नहीं होता। हाँ, बफेलो मांस का एक्सपोर्ट होता है। जो लोग यह दुष्प्रचार कर रहे हैं कि भारत से गोमांस का एक्सपोर्ट होता है, उनके पास इस संबंध में उचित जानकारी नहीं है। भारत में गोहत्या पर पूरी तरह से प्रतिबंध है।

साथ ही, उन्होंने अभिनेता शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि शाहरुख का अभिनय शानदार रहा है, लेकिन यह हैरान करने वाली बात है कि उन्हें ३० सालों तक कोई पुरस्कार नहीं मिला। अब जाकर उन्हें यह पुरस्कार मिला है। मैं उन्हें दिल की गहराइयों से बधाई देता हूँ।

Point of View

लेकिन असली मुद्दे जनता की भलाई के बजाय राजनीतिक लाभ हैं।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कौन शामिल हुआ?
इस बैठक में मुख्य रूप से कांग्रेस के निष्क्रिय नेता शामिल हुए।
भाजपा प्रवक्ता ने बैठक को क्यों इवेंट बताया?
उन्होंने कहा कि इस बैठक से कोई भी महत्वपूर्ण परिणाम नहीं निकलने वाला है।
क्या ओवैसी की यात्रा राजनीतिक है?
भाजपा के अनुसार, ओवैसी की यात्रा भी राजनीतिक प्रेरणा से भरी हुई है।
कांग्रेस का बिहार में क्या इतिहास है?
कांग्रेस ने हमेशा सत्ता में रहते हुए बिहार की जनता की उपेक्षा की है।
क्या भारत में गोमांस का एक्सपोर्ट होता है?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारत में गोमांस का एक्सपोर्ट नहीं होता, केवल बफेलो मांस का होता है।