क्या मोहम्मद मुकीम के पत्र ने कांग्रेस में कलह को बढ़ाया? तारिक अनवर ने पार्टी हाईकमान का बचाव किया
सारांश
Key Takeaways
- मोहम्मद मुकीम का पत्र कांग्रेस में कलह का कारण बना।
- सांसद तारिक अनवर ने पार्टी नेतृत्व का समर्थन किया।
- कांग्रेस ने हमेशा युवाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
- पार्टी को अपनी संगठनात्मक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- आंतरिक संघर्षों से पार्टी की एकता प्रभावित हो सकती है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा कांग्रेस के नेता मोहम्मद मुकीम द्वारा कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए पत्र ने कांग्रेस में संघर्ष को जन्म दिया है। पूर्व विधायक मुकीम ने कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर असंतोष प्रकट किया और पार्टी की संगठनात्मक स्थिति और नेतृत्व की कमजोरियों पर अपनी चिंता व्यक्त की। इस पर शुक्रवार को सांसद तारिक अनवर ने पार्टी नेतृत्व का समर्थन किया और कहा कि कांग्रेस ने इंदिरा गांधी के समय से ही युवाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
तारिक अनवर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कांग्रेस नेतृत्व ने इंदिरा गांधी के समय से पहले भी युवाओं को प्रोत्साहित किया है। युवा पीढ़ी को अवसर देने का कार्य किया है। नए नेतृत्व को आगे लाने में सहायता की है।"
मोहम्मद मुकीम के पत्र पर अनवर ने कहा, "यदि उन्होंने ऐसा लिखा है, तो मुझे विश्वास है कि सोनिया गांधी ने अपने कार्यकाल में कई लोगों को प्रमोट किया है। यह प्रक्रिया निरंतर चलती है। कांग्रेस समझती है कि सेकंड लाइन ऑफ लीडरशिप होनी चाहिए। हमारी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाए रखनी है।"
इसी बीच, कांग्रेस सांसद ने टीएमसी सांसद सौगत रॉय पर ई-सिगरेट पीने के आरोपों के संदर्भ में कहा, "मामला अभी स्पीकर के पास है। स्पीकर इसकी जांच कराएंगे। यदि इसमें सच्चाई होगी, तो संसद भवन के नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अनुराग ठाकुर ने यह मामला उठाया है, उनकी वास्तविक मंशा क्या है, यह कहना कठिन है।"
तारिक अनवर ने कई राज्यों में एसआईआर की अवधि बढ़ाए जाने पर कहा, "ये कार्य चुनाव आयोग को पहले करना चाहिए था। विपक्ष हमेशा कहता रहा है कि जो एसआईआर के लिए समय निर्धारित किया गया है, वह अपर्याप्त है। कई बीएलओ ने जान गंवाई, काम का प्रेशर बहुत था। यदि चुनाव आयोग समझदारी से काम करता, तो इतनी जानें नहीं जाती।"