क्या कांग्रेस में विद्रोह की शुरुआत हो गई है? राहुल गांधी के पास न जनमत, न संगत और न ही जनपथ का समर्थन: शहजाद पूनावाला

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क्या कांग्रेस में विद्रोह की शुरुआत हो गई है? राहुल गांधी के पास न जनमत, न संगत और न ही जनपथ का समर्थन: शहजाद पूनावाला

सारांश

क्या कांग्रेस में विद्रोह की लहर उठ रही है? भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि उनके सहयोगियों का उन पर भरोसा नहीं रहा। क्या प्रियंका गांधी को अब जिम्मेदारी संभालनी चाहिए?

Key Takeaways

  • कांग्रेस में बढ़ता असंतोष
  • राहुल गांधी का समर्थन घटता जा रहा है
  • प्रियंका गांधी का नाम चर्चा में
  • भाजपा का आक्रामक रुख
  • कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता

नई दिल्ली, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने स्पष्ट रूप से यह संकेत दिया है कि अब उनका राहुल गांधी पर कोई विश्वास नहीं रह गया है, और अब राहुल गांधी को हटाकर प्रियंका गांधी को लाने की आवश्यकता है।

शहजाद पूनावाला ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने भारत विरोधी टिप्पणियों के कारण खुद को जनमत से दूर कर लिया है। वे अब तक 95 चुनाव हार चुके हैं और उनका समर्थन कांग्रेस के भीतर भी तेजी से कम होता जा रहा है। उनके अनुसार, अब तो उनके साथी भी उनसे दूरी बनाने लगे हैं।

पूनावाला ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बिहार में एनडीए सरकार के कार्यों की प्रशंसा की, जो राहुल गांधी के वोट चोरी के दावे के विपरीत है।

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के बयान पर शहजाद पूनावाला ने कहा, "कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने स्पष्ट कहा है कि अब उन्हें राहुल गांधी पर कोई भरोसा नहीं है। 'राहुल हटाओ, प्रियंका गांधी लाओ।' अब वे प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में काम करना चाहते हैं। रॉबर्ट वाड्रा ने भी इसका समर्थन किया है।

इससे पता चलता है कि राहुल गांधी ने न केवल जनता का वोट खोया है, बल्कि उनके सहयोगियों ने भी उन्हें नकार दिया है और अब जनपथ में भी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। राहुल गांधी के पास न तो 'जनमत' है, न 'संगत', और न ही 'जनपथ' का समर्थन है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कुछ दिन पहले ओडिशा के कांग्रेस नेता मोहम्मद मोकिम ने भी कहा था कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को उनके नेतृत्व पदों से हटा देना चाहिए और प्रियंका गांधी को उनकी जगह लेनी चाहिए। उन्हें तुरंत पार्टी से निलंबित कर दिया गया। इससे स्पष्ट है कि किसी को भी राहुल गांधी पर भरोसा नहीं रहा।

इस बीच, सीपीएम सांसद जॉन ब्रिटास ने भी राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को संसद सत्र के दौरान विदेश नहीं जाना चाहिए था। उनकी यह यात्रा देश की बदनामी का कारण बन रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपने कार्य को गंभीरता से नहीं लेते।

पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी की विदेश यात्राओं और भारत विरोधी बयानों से पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ रहा है। अब न केवल जनमत, बल्कि कांग्रेस के नेता भी राहुल गांधी से दूर होते जा रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल 2026 तक अमेरिका के लिए आईफोन का उत्पादन पूरी तरह से चीन से बाहर ले जाने की योजना बना रहा है। ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें दिखाया गया है कि भारत ने अमेरिका के बाजार के लिए सबसे बड़ा स्मार्टफोन निर्माता बनने के लिए चीन को पीछे छोड़ दिया है। सैमसंग की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भारत में है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि जब उन्होंने कहा था कि भारत का उत्पादन खत्म हो गया है, तो क्या उनका यही मतलब था?

Point of View

यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी की स्थिति कांग्रेस में कमजोर हो रही है। उनके खिलाफ उठती आवाजें और पार्टी के भीतर असंतोष एक गंभीर संकेत हैं। यह कांग्रेस के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है, जिससे यह पता चलता है कि नेतृत्व में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है।
NationPress
23/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या राहुल गांधी को पार्टी से बाहर किया जा सकता है?
पार्टी में असंतोष बढ़ने के कारण यह संभावना बढ़ गई है कि राहुल गांधी को हटाया जा सकता है।
प्रियंका गांधी की भूमिका क्या होगी?
यदि राहुल गांधी को हटाया जाता है, तो प्रियंका गांधी को पार्टी की कमान संभालने का मौका मिल सकता है।
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