क्या कांग्रेस नेता ने भारतीय खिलाड़ियों को 'शेर' बताया और कहा- ट्रॉफी घर आनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय क्रिकेट टीम ने एसीसी अध्यक्ष से ट्रॉफी लेने से मना किया।
- सुरेंद्र राजपूत ने खिलाड़ियों को शेर कहा।
- भाजपा के दोहरे रवैये पर सवाल उठाए गए।
- करूर भगदड़ पर सीबीआई जांच की मांग की गई।
- नक्सलवाद पर कांग्रेस का ताजा रुख सामने आया।
लखनऊ, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया। इस घटनाक्रम पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को शेर बताते हुए कहा कि हमारी टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए जीत हासिल की।
सुरेंद्र राजपूत ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "भारत के खिलाड़ी शेर हैं और मैं उन्हें जीत की बधाई देता हूं। भारतीय टीम ने पाकिस्तान को पटखनी देते हुए एक बड़ी जीत हासिल की। हालांकि, मैं यह भी कहना चाहूंगा कि भाजपा ने यहाँ दोहरा रवैया अपनाया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' की आग अभी ठंडी नहीं हुई थी, लेकिन केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का निर्णय लिया।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं टीम इंडिया के शेरों को बधाई देता हूं और ट्रॉफी न लेने के सवाल पर मेरा मानना है कि ट्रॉफी हमें घर लानी चाहिए।"
करूर भगदड़ पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा, "इस मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए। राज्य की पुलिस ने स्पष्ट कहा है कि विजय और उनकी पार्टी को करूर में रैली करने की अनुमति नहीं थी और सुरक्षा कारणों से रैली को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाना था, लेकिन इसके बावजूद वहाँ रैली आयोजित हुई। इस भगदड़ के लिए विजय और उनकी पार्टी जिम्मेदार हैं। विजय को समझना चाहिए कि सरकार और कानून का पालन करना आवश्यक है।"
अमित शाह द्वारा नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दिए जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, "नक्सलवाद से छुटकारा पाना चाहिए और इसके लिए कांग्रेस के प्रयास अब रंग ला रहे हैं। हमारा मानना है कि नक्सलवाद की समस्या का समाधान बातचीत और शांति से होना चाहिए। जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, उन्हें ऐसा करने दिया जाना चाहिए।"
सुरेंद्र राजपूत ने बरेली उपद्रव को लेकर यूपी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार जब भी कानून-व्यवस्था संभालने में असमर्थ होती है, तो वह एक एसआईटी का गठन कर देती है। पहले भी कई एसआईटी बनाई गई हैं, लेकिन एक का भी परिणाम नहीं आया है। भाजपा को केवल हिंदू-मुसलमान दिखाई देता है।"