क्या कांग्रेस ने दादर एवं नागर हवेली की चुनाव समिति का पुनर्गठन किया?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस पार्टी ने चुनाव समिति का पुनर्गठन किया है।
- राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने के लिए नई रणनीतियाँ बनाई गई हैं।
- नए सदस्यों की नियुक्ति से चुनावी तैयारी में मजबूती आएगी।
- महासचिवों की संख्या 22 हो गई है।
- यह कदम पार्टी की प्रतिनिधित्व को और मजबूत करेगा।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने दादर एवं नागर हवेली प्रादेशिक कांग्रेस समिति की 'प्रदेश चुनाव समिति' का पुनर्गठन किया है, जो 16 अक्टूबर, 2025 तक प्रभावी रहेगी।
यह बदलाव पार्टी की संगठनात्मक ताकत को विभिन्न क्षेत्रों और भूमिकाओं में बढ़ाने के स्ट्रेटेजिक प्रयासों को दर्शाते हैं।
एक प्रेस विज्ञप्ति में केंद्र शासित प्रदेश की प्रदेश चुनाव समिति के गठन का विवरण दिया गया है। नए सदस्यों में प्रभु टोकिया, अजीत महला, महेश धोडी, राजेंद्र पटेल, सादिक शेख, दिगेश जोशी, रमन काकवा, नाना साहेब शिंदे, अमोल मेश्राम और वनिता मेश्राम शामिल हैं।
इस नियुक्ति का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में पार्टी की चुनावी तैयारी को मजबूत करना है। राजनीतिक मामलों की समिति में विस्तार करते हुए इसमें छह अतिरिक्त सदस्य शामिल किए गए हैं, जिनमें राजमोहन उन्नीथन, वीके श्रीकंदन, डीन कुरियाकोस, पंडालम सुधाकरन, सीपी मोहम्मद और एके मणि शामिल हैं।
यह कदम समिति की राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने और प्रभावी रणनीतियों को विकसित करने के लिए उठाया गया है।
महासचिवों की सूची में अब 22 सदस्यों का एक विविध समूह शामिल है, जिनमें पझाकुलम मधु, टॉमी कल्लनी, के. जयंत, दीप्ति मैरी वर्गीस और पीए सलीम शामिल हैं। यह टीम पार्टी के राष्ट्रीय संचालन और नीति क्रियान्वयन की देखरेख करेगी।
उपाध्यक्षों की सूची में टी. सरथचंद्र प्रसाद, हिबी ईडन, और रॉय के. पॉलोज जैसे 13 सदस्य शामिल हैं, जबकि वी.ए. नारायणनम को नया कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। महासचिवों की सूची में एन. शैलज, बी.आर.एम. शफीर और साइमन एलेक्स जैसे 58 सदस्य शामिल हो गए हैं, जो पूरे भारत में व्यापक प्रतिनिधित्व को दर्शाता है।
गुरुवार को घोषित ये अपडेट कांग्रेस पार्टी के अपने नेतृत्व को पुनर्जीवित करने की प्रतिबद्धता का संकेत देते हैं। ये बदलाव मजबूत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने और भविष्य की राजनीतिक गतिविधियों के लिए तैयारी करने के प्रयास का हिस्सा हैं।
महासचिव केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने अपनी समितियों के ढांचे में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। इन बदलावों का उद्देश्य पार्टी के संगठनात्मक ढांचे और चुनावी तैयारियों को मजबूत करना है।