क्या कांग्रेस ओडिशा में विपक्षी दल की भूमिका निभा रही है?: केसी वेणुगोपाल

सारांश
ओडिशा में कांग्रेस की स्थिति को लेकर केसी वेणुगोपाल ने महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने बताया कि पार्टी राज्य में विपक्षी दल के तौर पर मजबूती से खड़ी है। महिलाओं और आदिवासियों के मुद्दों पर जोर देने के साथ ही वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाने का आश्वासन दिया गया है।
Key Takeaways
- कांग्रेस ओडिशा में विपक्षी दल की भूमिका निभा रही है।
- महिलाओं और आदिवासियों के मुद्दे उठाए जा रहे हैं।
- वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है।
- 30 सितंबर तक संगठनात्मक अध्यक्षों का चयन होगा।
- भाजपा और बीजद को हराने का विश्वास व्यक्त किया गया है।
भुवनेश्वर, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने रविवार को यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस ओडिशा में विपक्षी दल की भूमिका निभा रही है।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, "हम केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार के खिलाफ पूरी ताकत से संघर्ष कर रहे हैं। आज, हमने इस बात पर भी जोर दिया कि हमारा कर्तव्य ओडिशा में एक सच्चे विपक्षी दल के रूप में कार्य करना है।"
वेणुगोपाल ने आगे कहा कि 'वोट चोरी' के मुद्दे के साथ-साथ, पार्टी ओडिशा में बेरोजगारी, महिलाओं और आदिवासियों से संबंधित मुद्दों को भी उठाएगी।
ओडिशा में मौजूद एआईसीसी महासचिव ने रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में दो महत्वपूर्ण बैठकों के दौरान राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी), ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति (ओपीसीसी) के पर्यवेक्षकों, पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए बताया, "रविवार को भुवनेश्वर में ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक और संगठन सृजन अभियान के तहत नियुक्त प्रदेश कांग्रेस पर्यवेक्षकों की बैठक में शामिल हुआ। पीएसी ने संगठन को मजबूत करने, चल रहे 'वोट चोर, गद्दी छोड़' हस्ताक्षर अभियान पर विचार-विमर्श किया और राज्य भर में आयोजित किए जाने वाले आगे के राजनीतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की।"
वेणुगोपाल ने बताया कि बैठक में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ती चिंताजनक वृद्धि, महिलाओं के लापता होने और भाजपा के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार के कुशासन पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा, "जिला और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने और पीसीसी पर्यवेक्षकों को संगठन को मजबूत करने में निर्णायक भूमिका निभाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। कांग्रेस न्याय, सम्मान और लोकतंत्र के लिए ओडिशा के लोगों के संघर्ष में उनके साथ मजबूती से खड़ी है।"
पार्टी सूत्रों के अनुसार, उन्होंने पीएसी बैठक के दौरान कहा कि ओपीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास के नेतृत्व में कांग्रेस ओडिशा में सही दिशा में आगे बढ़ रही है। वेणुगोपाल ने आगे कहा कि संगठन सृजन अभियान के तहत ओडिशा के सभी 35 संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों का चयन 30 सितंबर तक पूरा हो जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को अब ओडिशा में प्रमुख विपक्षी दल के रूप में जनता द्वारा मान्यता मिल रही है। वेणुगोपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत से भाजपा और बीजद दोनों को हराना संभव है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि नवनियुक्त जिला अध्यक्षों के प्रदर्शन की हर तीन महीने में एक बार समीक्षा की जाएगी।