क्या उपराष्ट्रपति बनने के बाद सीपी राधाकृष्णन की पीएम मोदी संग 22 साल पुरानी तस्वीर आई है?

सारांश
Key Takeaways
- सीपी राधाकृष्णन ने १५वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की।
- तस्वीर १ अगस्त २००३ की है।
- मोदी और राधाकृष्णन के बीच पुरानी मित्रता का प्रमाण।
- राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
- संसद परिसर में पौधा लगाया।
नई दिल्ली, १२ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को भारत के १५वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उपराष्ट्रपति बनने के बाद सीपी राधाकृष्णन की पीएम नरेंद्र मोदी के साथ २२ साल पुरानी तस्वीर सामने आई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर मोदी आर्काइव पेज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की एक तस्वीर साझा की गई है। यह तस्वीर १ अगस्त २००३ की है, जिसमें तमिलनाडु के कोयंबटूर में नरेंद्र मोदी और सीपी राधाकृष्णन एक मंच पर साथ नजर आ रहे हैं।
मोदी आर्काइव ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा कि नरेंद्र मोदी चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन के साथ, जो अब भारत के १५वें उपराष्ट्रपति हैं। १ अगस्त, २००३, कोयंबटूर, तमिलनाडु की तस्वीर।
यह उल्लेखनीय है कि साल २००३ में नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष थे। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु का दौरा किया था, जहां कोयंबटूर में उन्होंने सीपी राधाकृष्णन के साथ मंच साझा किया था। सीपी राधाकृष्णन साल १९९८ और १९९९ में कोयम्बटूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुनकर आए थे।
शपथ ग्रहण के बाद सीपी राधाकृष्णन ने औपचारिक रूप से राज्यसभा के सभापति का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की और राष्ट्रपिता तथा उनके सत्य एवं अहिंसा के शाश्वत आदर्शों का सम्मान किया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके साथ ही राधाकृष्णन ने दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय के स्मारक पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
उन्होंने संसद भवन स्थित प्रेरणा स्थल पर महान विभूतियों को भी पुष्पांजलि अर्पित की। इसके अलावा, उन्होंने संसद भवन परिसर में एक पौधा भी लगाया और देश की समृद्ध विरासत एवं एक सतत भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।