क्या पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी से देशभर में रोष है?

सारांश
Key Takeaways
- दामोदर अग्रवाल का बयान इंडिया ब्लॉक के नेताओं पर कड़ा प्रहार है।
- बिहार में बंद को आम जनता का समर्थन मिला है।
- पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग महिलाओं में रोष फैला रहा है।
- जीएसटी में सुधार ने उपभोक्ताओं को राहत प्रदान की है।
- भारतीय राजनीति में सुधार की आवश्यकता है।
भीलवाड़ा, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद दामोदर अग्रवाल ने इंडिया ब्लॉक में शामिल राजनीतिक दलों पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि चुनावों में लगातार मिल रही हार को विपक्षी दल के नेता सहन नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए अब वे राजनीति का स्तर गिराते हुए ओछी हरकतों पर उतर आए हैं।
उनका यह बयान उस समय आया है, जब एनडीए में शामिल राजनीतिक दलों ने बिहार में बंद का ऐलान किया, जिसे आम जनता का समर्थन भी मिला।
बिहार के दरभंगा जिले में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया, जिसके बाद से भाजपा, राजद और कांग्रेस नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
बिहार बंद को लेकर भाजपा सांसद ने कहा कि जिस तरह की भाषा का उपयोग पीएम मोदी के लिए किया गया, उससे देशभर की महिलाओं में रोष है। यह अपमान देश की महिलाएं सहन नहीं करेंगी।
दामोदर अग्रवाल ने कहा कि इंडिया अलायंस को जनता ने नकार दिया है और वर्षों से चुनावों में मिल रही हार से वे बौखला गए हैं, इसलिए वे ऐसी ओछी हरकतों पर उतर आए हैं। राजनीतिक दलों को चुनाव में अपना एजेंडा रखने का अधिकार है, लेकिन किसी नेता पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे देशभर में माताओं और बहनों में रोष है। बिहार में बंद का ऐलान किया गया है, जिसमें आम जन का समर्थन मिला है।
उन्होंने कहा कि भगवान विपक्षी नेताओं को सदबुद्धि दें ताकि भारतीय राजनीति में सुचिता और पवित्रता बनी रहे और इसका स्तर नीचे न गिरे।
जीएसटी स्लैब में हुए सुधार को भाजपा सांसद ने ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह उपभोक्ताओं के लिए राहत प्रदान करने वाला कदम है। पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दीपावली से पहले जीएसटी सुधारों का वादा किया था, जिसे पूरा किया गया है।
बैठक में 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब को समाप्त कर अब केवल दो स्लैब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर बीमारियों के लिए जीवन रक्षक दवाओं को पूरी तरह टैक्स-मुक्त कर दिया गया है।
भाजपा सांसद ने इसे नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी प्रारूप करार देते हुए कहा कि यह सुधार भारतीय बाजार को वैश्विक चुनौतियों के सामने मजबूत बनाएगा, उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ाएगा और अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगा। यह कदम विशेष रूप से आम आदमी, किसानों, छोटे व्यापारियों और एमएसएमई के लिए लाभकारी होगा।