क्या महाराष्ट्र में दत्तात्रेय भरणे को कृषि विभाग की जिम्मेदारी मिली?

सारांश
Key Takeaways
- कृषि मंत्री के रूप में दत्तात्रेय भरणे की नियुक्ति
- किसानों के अधिकार और कल्याण पर जोर
- माणिकराव कोकाटे का विभाग परिवर्तन
- कृषि नीतियों में बदलाव की आवश्यकता
- राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
मुंबई, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार ने दत्तात्रेय भरणे को नए कृषि मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें यह महत्वपूर्ण कार्यभार सौंपा है। दत्तात्रेय भरणे ने इस जिम्मेदारी के लिए सीएम का धन्यवाद किया है।
दत्तात्रेय भरणे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कृषि मंत्री पद का यह सम्मान पाने के लिए मैं हृदय से आभारी हूं। राज्य के कृषि मंत्री के रूप में मुझे यह जिम्मेदारी देने के लिए मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का धन्यवाद करता हूं।"
उन्होंने कहा, "मैं एक किसान परिवार में जन्मा और पला-बढ़ा हूं, और मैंने कृषि के हर पहलू का अनुभव किया है। इसलिए मैं किसानों के दुख-दर्द, कठिनाइयों और अपेक्षाओं को अच्छी तरह समझता हूं। अब मंत्री पद की जिम्मेदारी के माध्यम से मुझे उनके न्याय, अधिकार और प्रगति के लिए काम करने का अवसर मिला है। किसानों का सम्मान, टिकाऊ कृषि और ग्रामीण समृद्धि मेरा मुख्य लक्ष्य रहेगा। मैं सरकार की हर नीति में किसानों की आवाज पहुंचाने का ईमानदार प्रयास करूंगा।"
भरणे ने माणिकराव कोकाटे की जगह ली है, जिन्हें खेल एवं युवा कल्याण, अल्पसंख्यक विकास मंत्रालय सौंपा गया है। यह परिवर्तन कोकाटे के विधानसभा में मोबाइल पर रमी खेलते हुए वायरल वीडियो और किसानों के खिलाफ विवादास्पद बयानों के बाद किया गया है।
कोकाटे ने दावा किया था कि वीडियो में दिखाया गया रमी गेम केवल एक यूट्यूब विज्ञापन था, लेकिन विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग की थी। इसके अतिरिक्त, कोकाटे ने किसानों की भिखारी से तुलना करके विवाद खड़ा किया था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनके बयानों को अनुचित बताया था।
माणिकराव कोकाटे के वायरल रमी वीडियो और विवादास्पद बयानों के बाद उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही थी। विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाया था। हालांकि, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात के बाद कोकाटे का इस्तीफा नहीं लिया गया। बल्कि, उनके विभाग में फेरबदल किया गया है।