क्या दिल्ली में ब्लास्ट करने वालों को 6 महीने में फांसी की सजा मिलनी चाहिए? अबू आजमी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में हुए विस्फोट ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
- अबू आजमी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- मुख्यमंत्री ने घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
- राजनीतिक दलों ने भी इस घटना पर दुख जताया है।
- जांच एजेंसियां घटना की तह तक जाने का प्रयास कर रही हैं।
मुंबई, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने सोमवार को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस घटना के पीछे जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और उन्हें छह महीने के भीतर फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
अबू आजमी ने मुंबई में मीडिया से बातचीत में कहा कि लाल किले के पास हुआ यह धमाका अत्यंत दुखद है। हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों की जांच होनी चाहिए और उन्हें शीघ्र सजा दी जानी चाहिए।
उन्होंने मुंबई के ट्रेन ब्लास्ट को इस दिल्ली ब्लास्ट से जोड़ते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, किंतु बेकसूरों को नहीं पकड़ा जाना चाहिए। मुंबई ट्रेन ब्लास्ट में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, और इस घटना में भी कुछ लोगों को पकड़ा गया था, जिन्हें बाद में हाईकोर्ट ने रिहा कर दिया।
दिल्ली ब्लास्ट को लेकर उन्होंने कहा कि देश में ऐसा नहीं होना चाहिए कि किसी बेकसूर को गिरफ्तार कर लिया जाए। घटना की सही तरीके से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने वर्तमान सरकार को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में यह विस्फोट एक बड़ी चूक है। यदि दिल्ली में, जहाँ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रहते हैं, इस तरह का विस्फोट हो सकता है, तो यह विफलता है।
दिल्ली ब्लास्ट पर कई राजनीतिक दलों ने भी दुख व्यक्त किया है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस मामले पर नजर बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है। सभी जांच एजेंसियां अपने काम में जुटी हैं और हम घायलों से मिलने अस्पताल भी गए हैं।