क्या दिल्ली फिर से दीपावली की रोशनी में जगमगाएगी? यूनेस्को ने इसे अमूर्त धरोहर घोषित किया, पीएम मोदी ने दी बधाई

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क्या दिल्ली फिर से दीपावली की रोशनी में जगमगाएगी? यूनेस्को ने इसे अमूर्त धरोहर घोषित किया, पीएम मोदी ने दी बधाई

सारांश

दीपावली को यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता मिलने से भारत को गर्व महसूस हो रहा है। पीएम मोदी ने इसकी सराहना की है। जानिए इस खुशी के पीछे की पूरी कहानी और दिल्ली में दीपावली का जश्न कैसे मनाया जाएगा।

Key Takeaways

  • दीपावली को यूनेस्को ने अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारतीय संस्कृति का प्रतीक बताया।
  • दिल्ली में दीपावली का जश्न मनाने की तैयारी चल रही है।
  • कोलकाता की दुर्गा पूजा भी यूनेस्को की सूची में है।
  • भारत सरकार छठ महापर्व को भी मान्यता दिलाने की कोशिश कर रही है।

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के लिए एक नई खुशी की खबर आई है। दीपावली, जो रोशनी का त्योहार है, अब यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुका है। विदेश मंत्रालय ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आज फिर से दीपावली का जश्न मनाया जाएगा।

यूनेस्को ने भारत को बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "अमूर्त धरोहर की सूची में नया नाम: दीपावली, भारत। बधाई हो!"

विदेश मंत्रालय ने एक्स पर कहा, "यह एक अद्भुत क्षण है क्योंकि दीपावली, जो अच्छाई की जीत का प्रतीक है और भगवान राम के अयोध्या लौटने का प्रतीक है, अब यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल हो चुका है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारतीय और विश्व के लोग इस खबर से प्रसन्न हैं। हमारे लिए, दीपावली हमारी संस्कृति और परंपराओं से गहराई से जुड़ी हुई है। यह हमारी सभ्यता की आत्मा है और रोशनी तथा अच्छाई का प्रतीक है। यूनेस्को में मान्यता की वजह से इस त्योहार की वैश्विक लोकप्रियता और बढ़ेगी।"

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मान्यता पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में दीपावली का नाम शामिल होने से इसके सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व की पुष्टि होती है।"

दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा था, “10 दिसंबर को दिल्ली सरकार पूरी कैबिनेट के साथ दीपावली मनाएगी। सभी सरकारी इमारतों को सजाया जाएगा, लाल किले पर दीये जलाए जाएंगे और शहर के सभी चौक-चौराहों पर दीपावली की मार्केट लगेगी। जैसे ही मान्यता मिल जाएगी, दिल्ली जगमगाएगी, मेले लगेंगे और आतिशबाजी होगी।”

ज्ञात हो कि कोलकाता की दुर्गा पूजा भी यूनेस्को की इस सूची में शामिल है। भारत सरकार छठ महापर्व को भी इसी श्रेणी में शामिल करने के लिए प्रयासरत है। पीएम मोदी ने 'मन की बात' के 126वें एपिसोड में इसकी जानकारी दी थी।

—राष्ट्र प्रेस

केके/एएस

Point of View

यह कहना आवश्यक है कि यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता देना भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विविधता को दर्शाता है। यह न केवल भारत के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का एक माध्यम भी है।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

यूनेस्को ने दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर क्यों घोषित किया?
यूनेस्को ने इसे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी है।
क्या दिल्ली में दीपावली का जश्न मनाया जाएगा?
जी हां, दिल्ली सरकार पूरी कैबिनेट के साथ 10 दिसंबर को दीपावली मनाने की योजना बना रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारतीय संस्कृति की आत्मा बताते हुए बधाई दी है।
क्या अन्य त्योहारों को भी यूनेस्को की सूची में शामिल किया गया है?
जी हां, कोलकाता की दुर्गा पूजा भी यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल है।
भारत सरकार और किन त्योहारों को यूनेस्को में शामिल करने की कोशिश कर रही है?
भारत सरकार छठ महापर्व को भी यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल करने के प्रयास कर रही है।
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