क्या दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने सुल्तानपुरी में डीडीए फ्लैट साइट का निरीक्षण किया और पूर्व सरकारों पर आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- डीडीए फ्लैट्स की स्थिति में सुधार की जरूरत है।
- पूर्व सरकारों की नीतियों की आलोचना।
- सरकार का ध्यान गरीबों के आवास पर।
- सर्वे और मरम्मत की योजना।
- आवासीय स्थिति में बदलाव की संभावना।
नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सुल्तानपुरी में स्थित डीडीए फ्लैट साइट का निरीक्षण किया। फ्लैट्स की खराब स्थिति देख कर उन्होंने पूर्व की आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सरकारों पर तीखा हमला किया। रेखा गुप्ता ने कहा कि 2011 से तैयार ये फ्लैट्स सालों तक खाली पड़े रहे हैं, जबकि अरबों रुपये खर्च किए गए।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कैबिनेट मंत्री आशीष सूद और सांसद योगेंद्र चांदोलिया के साथ सुल्तानपुरी का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों से बातचीत कर डीडीए फ्लैट साइट के हालात को जानने का प्रयास किया।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, "हम इस क्षेत्र में आए और यहां के घरों की स्थिति का आंकलन किया। ये घर कांग्रेस सरकार के समय में बनने शुरू हुए थे, पर अरविंद केजरीवाल की सरकार में बने। लेकिन, इन्हें न तो किसी को दिया गया और न ही ठीक से बसाया गया। पहली बार किसी सरकार ने इस बात की चिंता की कि गरीबों को पक्के मकान दिए जाएं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारें गरीबों को उनके हाल पर छोड़ देना चाहती थीं। उनकी सोच में कभी यह नहीं था कि गरीब झुग्गियों से निकल कर पक्के मकानों में रह सकें। रेखा गुप्ता ने कहा, "अब हम हर इलाके का विस्तृत सर्वे करेंगे। जो घर मरम्मत योग्य हैं, उनकी मरम्मत कराई जाएगी। जो घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें तोड़ा जाएगा।"
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने कहा कि यह पूर्व सरकार की विफलता को दर्शाता है और यह दर्शाता है कि जो मकान गरीबों के लिए बनाए गए थे, उनकी हालत जर्जर है। अब समय आ गया है कि गरीबों को झुग्गियों से निकालकर उन्हें सम्मानजनक जीवन दिया जाए। हमारी कोशिश होगी कि क्लस्टर हाउसिंग में लोगों को स्थानांतरित किया जाए, ताकि 'जहां झुग्गी-वहां मकान' के वादे को पूरा किया जा सके।