क्या दिल्ली में मंदिर के दानपात्र से चोरी करने वाले दो गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में मंदिरों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ानी होगी।
- तत्काल पुलिस कार्रवाई से अपराधियों को पकड़ना संभव है।
- सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण महत्वपूर्ण है।
- सामाजिक सुरक्षा के लिए स्थानीय खुफिया जानकारी आवश्यक है।
- धार्मिक स्थलों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले के साउथ कैंपस थाना पुलिस ने बाबा बालक नाथ मंदिर से दानपात्र चोरी करने के मामले का खुलासा किया है, जिसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान राजा कुमार (22) और कन्हैया केशरी (25) के तौर पर की गई है। दोनों आरोपी मूलतः बिहार के पूर्णिया जिले के निवासी हैं। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के बाद चोरी की गई 5 हजार रुपए की नकदी और टूटा हुआ दानपात्र बरामद किया।
शिकायतकर्ता सत्य निकेतन के महासचिव आर ठाकुर ने 28 अगस्त को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि 27 अगस्त की रात करीब 2 बजे से 2:58 बजे के बीच अज्ञात व्यक्तियों ने मंदिर के दानपात्र को तोड़कर उसमें रखी लगभग 12 से 15 हजार तक की राशि चुराकर फरार हो गए। शिकायत के आधार पर थाना साउथ कैंपस में ई-एफआईआर संख्या 80080512/25, धारा 305 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ/साउथ कैंपस रविंद्र वर्मा के नेतृत्व और एसीपी वसंत विहार की देखरेख में विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में एचसी आशीष, एचसी शेर सिंह, कांस्टेबल विनोद और कांस्टेबल मंजीत शामिल थे। टीम ने मंदिर के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया और तकनीकी निगरानी व स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर दोनों आरोपियों को सत्य निकेतन क्षेत्र से दबोच लिया।
तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से चोरी के 5 हजार रुपए और टूटा हुआ दानपात्र बरामद किया गया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और यह भी बताया कि वे पहले बिहार में दर्ज एक अन्य आपराधिक मामले में शामिल रह चुके हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी हाल ही में बहादुरगढ़, हरियाणा में रह रहे थे और वहां से दिल्ली आते-जाते थे। फिलहाल मामले की आगे की जांच जारी है।