क्या छठ पर्व बिहार और पूर्वांचल के साथ पूरे भारत की लोकसंस्कृति का उत्सव है?

सारांश
Key Takeaways
- छठ महापर्व का आयोजन दिल्ली में भव्यता के साथ हो रहा है।
- मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण देने का वादा किया है।
- यह पर्व आस्था और अनुशासन का प्रतीक है।
- तैयारियों में टेंट, शौचालय, जलापूर्ति का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
- यमुना के तट पर पहली बार इतने बड़े स्तर पर छठ का आयोजन हो रहा है।
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छठ महापर्व के अवसर पर, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में छठ महापर्व के आयोजन की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि यह पर्व आस्था, अनुशासन और मातृत्व की अमिट परंपरा है। हमारा संकल्प है कि दिल्ली में हर व्रती और श्रद्धालु को स्वच्छ, सुरक्षित और दिव्य वातावरण प्राप्त हो।
सीएम रेखा गुप्ता ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा आस्था, श्रद्धा और लोकसंस्कृति के इस महापर्व को अभूतपूर्व भव्यता और दिव्यता के साथ मनाने की तैयारी हो रही है। यह पर्व बिहार और पूर्वांचल की सांस्कृतिक परंपरा के साथ-साथ पूरे भारत की लोकसंस्कृति का उत्सव है, जो सूर्य उपासना के माध्यम से प्रकृति, अनुशासन और आस्था का संदेश देती है।
सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी देते हुए कहा कि आज प्रेमबाड़ी पुल, सिंगलपुर से मुनक नहर के किनारे छठ महापर्व की तैयारियों का निरीक्षण किया गया। यमुना के तट से लेकर राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में छठ स्थलों पर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। टेंट, स्वच्छता, शौचालय, सुरक्षा, जलापूर्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यवस्थाएं उच्चतम मानकों पर सुनिश्चित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली में छठ महापर्व केवल आस्था का नहीं, बल्कि अपनत्व, स्वच्छता और समरसता का महाउत्सव होगा। छठ महापर्व की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज सूर घाट का दौरा किया गया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक घाट पर टेंट, बिजली, स्वच्छता, शौचालय, पेयजल और सुरक्षा की सभी आवश्यक सुविधाएं समय पर सुनिश्चित की जाएं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि इस बार हमारी सरकार यमुना के तट पर भव्य और दिव्य छठ महापर्व का आयोजन कर रही है। तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं ताकि हर श्रद्धालु को स्वच्छ, सुरक्षित और श्रद्धामय वातावरण मिल सके। यह पहली बार है जब दिल्ली में यमुना के घाटों पर इतने बड़े स्तर पर छठ पर्व का आयोजन हो रहा है।
उन्होंने लिखा कि जैसे दिल्ली ने पहली बार दीपावली को दीपों की भव्यता और एकता के साथ कर्तव्य पथ पर मनाया, वैसे ही अब आस्था का महापर्व छठ भी उसी श्रद्धा, उसी उत्साह और उसी गरिमा के साथ यमुना किनारे मनाया जाएगा।