क्या दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हत्या के मामले में एक बालिग समेत चार आरोपी पकड़े गए?
सारांश
Key Takeaways
- चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें एक बालिग और तीन नाबालिग हैं।
- शव की पहचान कुलदीप उर्फ राम सिंह के रूप में हुई।
- पुलिस ने 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
- आरोपियों ने हत्या के बाद लूट की घटना को अंजाम दिया।
- पुलिस ने चाकू और अन्य प्रूफ बरामद किए।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस ने हत्या के मामले में चार आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों में एक बालिग और तीन नाबालिग शामिल हैं। यह गिरफ्तारी हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास एक शव मिलने की घटना से जुड़ी हुई है।
पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि 3 दिसंबर की सुबह लगभग 6 बजे हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के निकट बारापुला फ्लाईओवर के नीचे एक अज्ञात पुरुष का शव पाया गया। शव की पहचान उत्तर प्रदेश के अयोध्या निवासी कुलदीप उर्फ राम सिंह के रूप में हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए, दिल्ली पुलिस ने एसटीएफ, नारकोटिक्स स्क्वाड और सराय काले खान पुलिस स्टेशन की एक टीम बनाई। इस टीम ने 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की गहन जांच की।
इस दौरान जैन मंदिर भोगल के पास एक सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुआ, जिससे मुख्य आरोपी इमरान पनवाड़ी और उसके साथियों की पहचान में मदद मिली। इसके बाद इमरान पनवाड़ी (19 वर्ष) और तीन नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इमरान का जन्मदिन मनाने के बाद इंडिया गेट जा रहे थे। भोगल में शौचालय के पास कुलदीप से उनकी कहासुनी हो गई थी। गुस्से में आकर उन्होंने कुलदीप की हत्या कर दी और उसकी कार लूटकर भाग गए। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू, खून से सने कपड़े, और कुलदीप की चोरी हुई कार भी बरामद की।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी छुपने के लिए लगातार स्थान बदल रहे थे, लेकिन पुलिस उनकी गतिविधियों पर नज़र रखे हुए थी। इससे पहले 30 नवंबर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आली विहार के कुख्यात अपराधी विजय शर्मा उर्फ बॉबी पंडित को गिरफ्तार किया था। बॉबी पिछले दो महीनों से फरार था। उस पर 28-29 सितंबर 2025 की रात सरिता विहार थाना क्षेत्र के आली विहार में रामलीला देखकर लौट रहे युवक आदित्य सिंह की पीठ में चाकू घोंपने का आरोप था।