क्या दिल्ली में रेबीज के खिलाफ बड़ा जागरूकता अभियान शुरू होगा?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में रेबीज के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू होगा।
- स्ट्रीट डॉग्स के लिए माइक्रो चिपिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
- पशु कल्याण के लिए धनराशि का हस्तांतरण।
- हर जिले में पशु कल्याण समितियों का गठन होगा।
- कुत्तों को भोजन देने के लिए गाइडलाइन जारी की जाएगी।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में रेबीज के खिलाफ एक व्यापक जागरूकता अभियान की शुरुआत की जा रही है। इसके साथ ही, स्ट्रीट डॉग्स के लिए माइक्रो चिपिंग की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए, दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने बताया।
उन्होंने कहा कि बुधवार को पशु कल्याण बोर्ड की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
कपिल मिश्रा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि लंबे समय के बाद बुधवार को दिल्ली पशु कल्याण बोर्ड की बैठक हुई। पिछले चार वर्षों में इस मुद्दे पर कोई बैठक नहीं हुई थी, जिससे दिल्ली में पशु कल्याण और आम जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा था।
उन्होंने कहा कि इस बैठक में पशु कल्याण के लिए धनराशि हस्तांतरित करने के साथ-साथ रेबीज के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू करने के कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। स्ट्रीट डॉग्स के माइक्रो चिप लगाने का कार्य यूएनडीपी के सहयोग से किया जाएगा। अगले दो वर्षों में 10 लाख स्ट्रीट डॉग्स को माइक्रो चिप लगाई जाएगी। प्रत्येक जिले में पशु कल्याण समितियों का गठन किया जाएगा और कुत्तों को भोजन देने के लिए गाइडलाइन भी जारी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पशुओं के प्रति करुणा और मानवता के आधार पर एक व्यापक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं, और इसी दिशा में बोर्ड काम कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश में कहा था कि वैक्सीनेशन के बाद कुत्तों को उनके मूल इलाकों में छोड़ा जाएगा, लेकिन रेबीज