क्या दिल्ली में हरियाणा रोडवेज की बस ने बाइक सवार दो युवकों को कुचल दिया?

सारांश
Key Takeaways
- दो युवकों की सड़क हादसे में मृत्यु।
- तेज रफ्तार बस की टक्कर का कारण।
- पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
- परिजनों का दर्द और पुलिस की लापरवाही।
- सड़क सुरक्षा की आवश्यकता पर बल।
नई दिल्ली, 25 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर मजनू का टीला के निकट एक सड़क दुर्घटना में दो युवकों की तुरंत मृत्यु हो गई। यह दुर्घटना तब हुई जब हरियाणा रोडवेज की तेज गति से चल रही बस ने मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों को पीछे से टक्कर मार दी।
मृतकों की पहचान करण (21) और सवी (20) के रूप में की गई है। दोनों दिल्ली के नरेला क्षेत्र के भोरगढ़ गांव से थे।
हादसे के समय करण और सवी नोएडा के यथार्थ अस्पताल जा रहे थे, जहाँ करण काम करता था। जैसे ही वे मजनू का टीला क्षेत्र में पहुंचे, सड़क पर गिरी रोड़ी और पत्थरों के कारण उनकी बाइक फिसल गई।
इसी दौरान, तेजी से आ रही हरियाणा रोडवेज की बस ने उन्हें कुचल दिया। बस के पिछले पहिये के नीचे आने से दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
जैसे ही सूचना मिली, सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बस को अपने कब्जे में ले लिया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे की असली वजह जानने में जुटी है।
करण के पिता ने बताया, "मैं एक सिक्योरिटी गार्ड हूं, रात में ड्यूटी पर था। मेरी बड़ी बेटी का ऑपरेशन हुआ था, बेटा उसी के लिए जा रहा था। रास्ते में ये हादसा हो गया। मेरे दो ही बेटे थे, जिसमें से बड़ा चला गया।"
वहीं, सवी के पिता ने कहा, "सुबह पुलिस से फोन आया कि आपके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है। जब सिविल लाइन थाने पहुंचे तो कहा गया मजनू का टीला जाइए। फिर बताया कि पोस्टमार्टम कल होगा।"
करण नोएडा के अस्पताल में नौकरी करता था और सवी दिहाड़ी मजदूरी करता था।
परिजनों और चश्मदीदों ने आरोप लगाया कि पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। यहाँ तक कि परिजनों को धमकाया जा रहा है कि यदि वे यहाँ से नहीं हटे तो मुकदमा दर्ज कर देंगे।