क्या दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज से 55 वर्षीय महिला ने यमुना में छलांग लगाई?

सारांश
Key Takeaways
- सिग्नेचर ब्रिज पर आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- परिवारिक विवाद और मानसिक तनाव के कारण ऐसी घटनाएं हो सकती हैं।
- सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।
- पुलिस और गोताखोरों की टीमें सक्रिय हैं।
- अतीत में भी इस स्थान से आत्महत्या की घटनाएं हुई हैं।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज पर एक भयावह घटना घटित हुई, जिसमें 55 वर्षीय महिला मेनका ने यमुना नदी में छलांग लगा दी। दिल्ली पुलिस, पूर्वी दिल्ली बोट क्लब और गोताखोरों की टीम ने तुरंत एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन अब तक महिला का कोई अता-पता नहीं चल सका है।
जानकारी के अनुसार, मेनका अपने बेटे राघव के साथ बुधवार सुबह सिग्नेचर ब्रिज पर घूमने गई थीं। उनका परिवार दक्षिण दिल्ली का निवासी है। राघव ने बताया कि उनकी मां को घूमना बहुत पसंद था और वह पहले भी इस ब्रिज पर कई बार आ चुकी थीं। हाल ही में मेनका मुंबई की यात्रा से लौटी थीं।
समाचार के अनुसार, मेनका के जीवन में कुछ पारिवारिक विवाद चल रहे थे, जिससे वह डिप्रेशन में थीं। आशंका जताई जा रही है कि इसी मानसिक तनाव के कारण मेनका ने यमुना में छलांग लगाई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस, पूर्वी दिल्ली बोट क्लब और गोताखोरों की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। गोताखोर नावों के माध्यम से यमुना में मेनका की तलाश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। सर्च ऑपरेशन जारी है।
दिल्ली दमकल विभाग ने बताया कि सुबह 6:30 बजे पुलिस और दमकल विभाग को सूचना मिली। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर महिला की खोज कर रही है। इलाके के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।
यह पहली बार नहीं है जब सिग्नेचर ब्रिज से आत्महत्या का मामला सामने आया है। इससे पहले भी कई लोग यमुना नदी में छलांग लगा चुके हैं। हर बार यह मांग उठती है कि ब्रिज के दोनों ओर ऊंची दीवारें या लोहे की मजबूत जाली लगाई जानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। हालांकि, इस दिशा में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह पुल उत्तरी दिल्ली के वजीराबाद को राष्ट्रीय राजधानी के उत्तर-पूर्वी हिस्सों से जोड़ता है।