क्या दिल्ली में 'ठक-ठक' गैंग का पर्दाफाश हुआ? एएटीएस टीम ने 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार

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क्या दिल्ली में 'ठक-ठक' गैंग का पर्दाफाश हुआ? एएटीएस टीम ने 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार

सारांश

दिल्ली की एएटीएस टीम ने 'ठक-ठक' गैंग का पर्दाफाश कर चौंकाने वाले सबूत पेश किए हैं। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से चोरी के कई उपकरण बरामद हुए हैं। जानें, इस ऑपरेशन की पूरी कहानी और गैंग के तरीके।

Key Takeaways

  • दिल्ली में 'ठक-ठक' गैंग का पर्दाफाश हुआ।
  • एएटीएस टीम ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • 25 लैपटॉप और अन्य सामान बरामद किए गए।
  • गैंग के अपराधियों ने कई चोरी की वारदातों को अंजाम दिया।
  • पुलिस अब अन्य फरार अपराधियों की तलाश कर रही है।

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण-पूर्वी जिला की एएटीएस (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड) टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में 'ठक-ठक' गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के एक सक्रिय सदस्य और दो रिसीवरों (चोरी का माल खरीदने वाले) को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से 25 लैपटॉप, 1 आईपैड, 2 मोबाइल फोन और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई है। एएटीएस की इस कार्रवाई से 7 अलग-अलग चोरी के मामलों का खुलासा हुआ है।

दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर क्षेत्र में बढ़ती 'ठक-ठक' वारदातों पर रोक लगाने के लिए एएटीएस टीम को तैनात किया गया था। सभी घटनाओं की सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और गुप्त सूत्रों को सक्रिय किया गया।

15 अक्टूबर को एएटीएस टीम को सूचना मिली कि 'ठक-ठक' गैंग का एक सक्रिय सदस्य दीपक उर्फ निखिल गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास डीडीए पार्क में अपने साथियों से मिलने वाला है। इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर अजय दलाल के नेतृत्व में टीम ने जाल बिछाया।

कुछ समय बाद आरोपी दीपक अपने साथी दिनेश उर्फ बबलू के साथ मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचा। गुप्त सूचना के इशारे पर टीम ने मौके पर छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से तीसरा आरोपी नौशाद को भी पकड़ा, जो चोरी के आईपैड और मोबाइल फोन बेचने का प्रयास कर रहा था। जांच में पता चला कि दीपक जिस मोटरसाइकिल पर आया था, वह भी चोरी की थी।

पूछताछ में दीपक उर्फ निखिल ने खुलासा किया कि वह अपने साथी जाकिर के साथ कारों को निशाना बनाता था। दोनों पार्क की गई कारों में झांककर बैग देखकर खिड़की तोड़ देते थे और बैग निकाल लेते थे। बाद में बैग से लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक सामान निकालकर नौशाद को दिनेश उर्फ बबलू के जरिए नेहरू प्लेस में बेच देते थे।

दीपक ने कबूल किया कि उसने कई ऐसी चोरी की वारदातें की हैं। नौशाद ने भी कबूल किया कि वह उनसे चोरी के लैपटॉप खरीदता था। पुलिस ने तीनों आरोपियों का पीसी रिमांड हासिल किया। नौशाद की निशानदेही पर नेहरू प्लेस स्थित उसकी दुकान पर छापेमारी कर 25 चोरी के लैपटॉप बरामद किए गए, जिनमें से एक लैपटॉप थाना साकेत में दर्ज केस से संबंधित पाया गया।

पूछताछ में दीपक ने बताया कि उसने भारत मंडपम गेट और सुप्रीम कोर्ट गेट के बाहर पार्क कारों की खिड़की तोड़कर भी लैपटॉप चोरी किए थे, जो थाना तिलक मार्ग के मामलों से जुड़े हैं। उसने कहा कि दोनों लैपटॉप उसने अपने दूसरे रिसीवर जीतेन्द्र उर्फ गौतम को बेचे थे। पुलिस अब अन्य फरार अपराधियों की तलाश कर रही है।

दक्षिण-पूर्वी जिला के डीसीपी ने कहा कि एएटीएस टीम की यह कार्रवाई अत्यंत सराहनीय है। टीम ने तकनीकी विश्लेषण, गुप्त सूचना और फील्ड इंटेलिजेंस के माध्यम से गैंग का पर्दाफाश करते हुए चोरी के सात मामलों को सुलझाया है।

--आईएएनएल

पीएसके

Point of View

यह घटना न केवल दिल्ली में बढ़ती चोरी की घटनाओं का संकेत है, बल्कि पुलिस और सुरक्षा बलों की सतर्कता को भी दर्शाती है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि सुरक्षा एजेंसियां तकनीकी और गुप्त सूचनाओं का उपयोग कर अपराधों पर काबू पाने के लिए तत्पर हैं।
NationPress
23/10/2025

Frequently Asked Questions

ठक-ठक गैंग क्या है?
ठक-ठक गैंग ऐसे अपराधियों का समूह है जो पार्क की गई कारों को निशाना बनाते हैं और चोरी करते हैं।
एएटीएस टीम ने कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया?
एएटीएस टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 25 लैपटॉप, 1 आईपैड, 2 मोबाइल फोन और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
यह कार्रवाई कब हुई?
यह कार्रवाई 15 अक्टूबर को हुई थी।
पुलिस ने कितने चोरी के मामलों का खुलासा किया?
पुलिस ने 7 अलग-अलग चोरी के मामलों का खुलासा किया है।