क्या दिल्ली में थल सैनिक शिविर का आगाज़ हुआ? देशभर के 1546 एनसीसी कैडेट लेंगे ट्रेनिंग

सारांश
Key Takeaways
- थल सैनिक शिविर 12 दिन का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
- 1546 एनसीसी कैडेटों का भाग लेना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
- कैडेटों को अनुशासन और नेतृत्व की भावना विकसित करने में मदद मिलेगी।
- यह शिविर युवाओं में देशभक्ति और एकता की भावना को मजबूत करेगा।
- सकारात्मक दृष्टिकोण से यह शिविर चरित्र निर्माण को बढ़ावा देगा।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड में मंगलवार को 12 दिवसीय थल सैनिक शिविर की शुरूआत हुई। इस शिविर में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 17 एनसीसी निदेशालयों के 1546 कैडेट हिस्सा ले रहे हैं।
इस शिविर में भाग लेने वाले कैडेटों में 867 लड़के और 679 लड़कियां शामिल हैं। उद्घाटन समारोह में अतिरिक्त महानिदेशक (ए) एयर वाइस मार्शल पीवीएस नारायण ने शिरकत की।
यह शिविर एनसीसी के सेना विंग के कैडेटों के लिए आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है। कैडेट विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे बाधा प्रशिक्षण, मानचित्र वाचन और अन्य संस्थागत प्रशिक्षण गतिविधियों में भाग लेंगे।
इन गतिविधियों का उद्देश्य कैडेटों की शारीरिक सहनशक्ति, मानसिक तीक्ष्णता और टीम वर्क की भावना को मजबूत करना है।
थल सैनिक शिविर के दौरान कैडेटों को सेना के प्रशिक्षण के प्रमुख पहलुओं से परिचित कराया जाएगा, जिससे उनमें अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रीय एकता की भावना विकसित होगी।
एयर वाइस मार्शल पीवीएस नारायण ने कहा कि एनसीसी युवाओं को रोमांच, अनुशासन और सम्मान से भरा जीवन जीने का अनूठा अवसर प्रदान करती है।
उन्होंने आगे कहा कि यह संगठन कैडेटों में नेतृत्व और सौहार्द की भावना विकसित करता है, जो उन्हें जीवन की चुनौतियों का आत्मविश्वास से सामना करने के लिए तैयार करता है।
यह शिविर न केवल प्रशिक्षण का मंच है, बल्कि चरित्र निर्माण और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने का भी एक अवसर है। इसे एक सकारात्मक दृष्टि के रूप में देखा जा रहा है। यह आयोजन कैडेटों को एक-दूसरे से सीखने और अपने कौशल को निखारने का अवसर देगा।
पंजाब इंटरनेशनल ब्यूरो (पीआईबी) दिल्ली के अनुसार, यह शिविर युवाओं में देशभक्ति और एकता की भावना को और मजबूत करेगा। इस तरह के आयोजन एनसीसी के मिशन को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो युवाओं को सशक्त और जिम्मेदार नागरिक बनाने पर केंद्रित है।