क्या दिल्ली पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की?

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क्या दिल्ली पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की?

सारांश

दिल्ली पुलिस ने नशे की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है। सात तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की गईं। जानें पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के पीछे का सच।

Key Takeaways

  • दिल्ली पुलिस ने नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है।
  • सात तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
  • एक करोड़ साठ लाख रुपये की नशीली दवाएं जब्त की गईं।
  • इस कार्रवाई के पीछे गुप्त सूचना का योगदान था।
  • पुलिस अब तस्करों के नेटवर्क की जांच कर रही है।

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस ने नशीली दवाओं के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। पूर्वी जिले की एंटी-नारकोटिक्स स्क्वॉड ने सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके पास से करीब एक करोड़ साठ लाख रुपये मूल्य की एक बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की गईं। इसके साथ ही, ड्रग्स परिवहन के लिए उपयोग की गई दो कारें - हुंडई ऑरा और हुंडई आई-20, जिनकी कुल कीमत पंद्रह लाख रुपये है, भी जब्त की गईं।

पुलिस के अनुसार, पकड़े गए तस्करों में चांदनी महल थाने के दो कुख्यात बदमाश, द्वारका उत्तर थाने का एक घोषित अपराधी और उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले का एक पुलिसकर्मी शामिल है। सभी आरोपियों ने पहले डकैती, झपटमारी, चोरी और हथियार कानून के मामलों में जेल की सजा काटी है। पुलिस ने इनसे 121 किलोग्राम 58 ग्राम गांजा और 600 ग्राम स्मैक (हेरोइन) बरामद की है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग एक करोड़ साठ लाख रुपये आंकी गई है।

यह कार्रवाई 27 अक्टूबरछठ पूजा के दौरान हुई, जब अधिकांश पुलिसकर्मी त्योहार की व्यवस्था में व्यस्त थे। गुप्त सूचना मिली थी कि दो कारों में स्मैक और गांजा लेकर सात लोग दिल्ली आ रहे हैं। एक कार में हुंडई आई-20 में स्मैक था, जबकि दूसरी हुंडई ऑरा बिना नंबर प्लेट के गांजा लेकर चल रही थी। ये लोग गाजीपुर बॉर्डर से एनएच-9 होते हुए अक्षरधाम की ओर बढ़ रहे थे।

सूचना मिलते ही एंटी-नारकोटिक्स टीम ने गाजीपुर बॉर्डर पर घेराबंदी की और सड़क पर अस्थायी बैरिकेडिंग कर दी। दोनों कारों को रोका गया और तलाशी ली गई। हुंडई ऑरा से पांच बैग गांजा बरामद हुआ, जबकि आई-20 से 600 ग्राम हेरोइन मिली। गाजीपुर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और सभी सातों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के नाम नवील, तालिब, नादिर खान उर्फ साहिल, मोहम्मद अमान, अरीब, आरसू और तरक्की हैं। ये सभी दिल्ली के विभिन्न इलाकों जैसे दरियागंज, तुर्कमान गेट, चांदनी महल और संगम विहार के निवासी हैं। पूछताछ में पता चला कि ये पहले छोटे-मोटे अपराध करते थे और कई बार जेल जा चुके थे। चांदनी महल इलाके में मिलने के बाद इन्होंने ड्रग्स का धंधा शुरू किया। उत्तर प्रदेश से सस्ते में ड्रग्स लाकर दिल्ली-एनसीआर में पाउच बनाकर बेचते थे। इनका मकसद केवल पैसा कमाना था और ये नशे की लत का फायदा उठाकर मुनाफा कमा रहे थे।

दिल्ली पुलिस लगातार एक नशा मुक्त समाज बनाने के लिए अभियान चला रही है। पूर्वी जिले के एसीपी संजय सिंह के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार की टीम ने यह सफलता प्राप्त की। टीम में एसआई राहुल, संजीव, देवेंद्र, अरुण, देवेश, अशोक, लखन और कांस्टेबल कौशल शामिल थे। पुलिस अब इन तस्करों के आगे-पीछे के नेटवर्क की जांच कर रही है।

Point of View

यह कार्रवाई न केवल नशे के कारोबार के खिलाफ एक सख्त संदेश है, बल्कि यह हमें यह भी दर्शाता है कि पुलिस विभाग समाज की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हमें इस दिशा में और प्रयास करने की आवश्यकता है ताकि एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज का निर्माण हो सके।
NationPress
28/10/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली पुलिस ने कितनी ड्रग्स जब्त की?
दिल्ली पुलिस ने लगभग एक करोड़ साठ लाख रुपये की नशीली दवाएं जब्त की हैं।
कितने तस्करों को गिरफ्तार किया गया?
सात तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
यह कार्रवाई कब हुई?
यह कार्रवाई 27 अक्टूबर को हुई।
गिरफ्तार तस्करों में कौन-कौन शामिल हैं?
गिरफ्तार तस्करों में दो कुख्यात बदमाश और एक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
पुलिस ने किस प्रकार की कार्रवाई की?
पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर घेराबंदी कर दोनों कारों की तलाशी ली।