क्या वायु प्रदूषण दिल्ली और पंजाब में आप सरकारों की लापरवाही का नतीजा है?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली और पंजाब में प्रदूषण की स्थिति गंभीर है।
- सचदेवा ने आप पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रदूषण को नियंत्रित करने में विफलता दिखाई।
- सभी राजनीतिक दलों को मिलकर प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए काम करना चाहिए।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सौरभ भारद्वाज पर प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दे पर नाटकबाजी करने और बेतुकी टिप्पणी करने का आरोप लगाया।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली के लोग आज जिस परेशानी का सामना कर रहे हैं, वह दिल्ली और पंजाब में अरविंद केजरीवाल की सरकारों की लापरवाही का नतीजा है।
भाजपा नेता ने कहा कि जब केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में भारद्वाज स्वास्थ्य मंत्री थे, तब आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला।
उन्होंने आगे कहा कि दस साल से अधिक समय तक प्रदूषण नियंत्रण पर कोई काम नहीं किया गया। उनके स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए दिल्ली सरकार के अस्पतालों में नकली दवाइयों के वितरण के मामले सामने आए और मोहल्ला क्लीनिक घोटालों के अड्डे बन गए।
सचदेवा ने कहा कि यह खेदजनक है कि सत्ता में रहते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल और पूर्व मंत्री भारद्वाज प्रदूषण के कारणों को नियंत्रित करने में विफल रहे और अब विपक्ष में रहते हुए हास्यास्पद बयान दे रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि सत्ता में रहते हुए काम न करके और अब प्रदूषण पर बेतुकी टिप्पणियां करके केजरीवाल और भारद्वाज दोनों ही जनता के बीच अपनी छवि धूमिल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि केजरीवाल और भारद्वाज गंभीरता से काम करें और प्रदूषण पर व्यंग्यात्मक बयानबाजी करने के बजाय दिल्ली की जनता और भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार को प्रदूषण रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करने दें।
शनिवार को दिल्ली के स्वास्थ्य एवं परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने विपक्षी नेताओं पर छोटी राजनीति करने और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर व्यक्तिगत और अपमानजनक हमले करने को लेकर तीखा हमला किया।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गुप्ता के कार्यकाल में किए गए कार्यों और प्रदर्शन पर बहस करने के बजाय विपक्षी नेता पोस्टरों के माध्यम से महिला नेताओं पर व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं और अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की जनता को इस तरह की तुच्छ राजनीति और निराधार आरोपों से गुमराह नहीं किया जा सकता।
मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा कि अगर विपक्षी दलों की पिछली सरकारों ने सचमुच दिल्ली की जनता के हित में काम किया होता, तो आज स्थिति कहीं बेहतर होती। दुर्भाग्य से, उनकी प्राथमिकता जनता नहीं, बल्कि उनके अपने राजनीतिक हित रहे हैं।